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Sawaimadhopur में सोनोग्राफी मशीन का अभाव, मरीज जिला मुख्यालय जाने को मजबूर

 
Sawaimadhopur में सोनोग्राफी मशीन का अभाव, मरीज जिला मुख्यालय जाने को मजबूर

सवाईमाधोपुर न्यूज़ डेस्क, सवाईमाधोपुर उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोनोग्राफी मशीन नहीं होने से गर्भवती महिलाओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोनोग्राफी के अभाव में गर्भवती महिलाओं को 25 से 30 का सफर तय करना पड़ता है। ऐसे में लंबे सफर के साथ सोनोग्राफी करवाने की परेशानी महिला मरीजों को दर्द दे रही है। बता दें कि उपखण्ड मुख्यालय पर सोनोग्राफी की मशीन नहीं है। इसके चलते महिला व अन्य मरीजों को जिला मुख्यालय पर जाकर सोनोग्राफी के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है।

इससे खासकर गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उपखण्ड क्षेत्र की करीब सवा लाख आबादी को महत्वपूर्ण सोनोग्राफी जांचों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय पर कस्बे सहित तहसील क्षेत्र के गांवों से प्रतिदिन 400-500 मरीज उपचार के लिए आते हैं। इनमें से कई मरीजों को सोनोग्राफी टेस्ट लिखा जाता है। लेकिन अस्पताल में सोनोग्राफी जांच की सुविधा नहीं है. इसके चलते मरीजों को जिला मुख्यालय पर पैसे देकर जांच करानी पड़ रही है। वहीं दूसरे शहर जाने में महिलाओं की जान जोखिम में रहती है। इस संबंध में ग्रामीणों ने कई बार सोनोग्राफी मशीन अस्पताल में लगाने को लेकर जनप्रतिनिधियों से मांग भी की है लेकिन कस्बेवासियों की यह मांग ठंडे बस्ते में है।

सरकारी लाभ से भी हो रहीं वंचित

प्राइवेट जांच सेंटर पर सोनोग्राफी जांच करवाने से महिलाओं को मुख्यमंत्री मुफ्त जांच योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। साथ ही दूसरे शहर में जाकर जांच करानी पड़ती है वह अलग। इससे एक साथ इलाज संभव नहीं हो पाता। ऐसे में सरकारी अस्पताल में इस महत्वपूर्ण जांच मशीन की जरूरत है। खासकर महिलाओं को डिलीवरी के समय इस टेस्ट की बहुत जरूरत होती है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रेडियोलॉजिस्ट का पद स्वीकृत नहीं है। इसके चलते स्वास्थ्य केंद्र पर सोनोग्राफी की मशीन नहीं लगी है। अगर पद स्वीकृत होता है तो सोनोग्राफी की मशीन लग जाएगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं को इसकी सुविधा मिलेगी।