Sawaimadhopur में मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर मनाई बसंत पंचमी

विद्यालय में की मां सरस्वती की मूर्ति स्थापना
पीपलवाड़ा क्षेत्र के गांव बांस टोरडा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में रविवार को बसंत पंचमी पर मां सरस्वती मूर्ति स्थापना कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान कलश यात्रा निकाली गई।प्रधानाध्यापक धारासिंह गुर्जर ने बताया कि विधालय परिवार व समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से मूर्ति स्थापना कार्यक्रम किया गया। इस दौरान कलश यात्रा में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। गाजे-बाजे से कलश यात्रा निकाली गई। वहीं उसके बाद विधालय परिसर में विधि-विधान से पूजा पाठ कर सरस्वती मां की मूर्ति स्थापना की गई। इस दौरान ग्राम पंचायत सरपंच करणसिंह वर्मा, ग्रामवासी रामदास वैष्णव, हरिश गौड़, कमल किशोर सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
9 फरवरी को बसंत पंचमी मनाएगा खण्डेलवाल समाज
गंगापुरसिटी खंडेलवाल वैश्य समाज समिति गंगापुरसिटी की कार्यकारिणी की बैठक में 9 फरवरी को समाज की बसंत पंचमी मनाने का निर्णय किया गया। खंडेलवाल समाज मंत्री विनोद कुमार खंडेलवाल ने बताया कि 7 फरवरी से 9 फरवरी तक महिलाओं एवं बच्चों की विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी। जिसमे स्पून रेस, लकी सर्कल गेम, मेहंदी प्रतियोगिता, म्यूजिकल चेयर, झूमो नाचो गेम, रंगोली और मांडना प्रतियोगिताओं का आयोजन खंडेलवाल महिला मंडल की ओर से किया जाएगा। वहीं 9 फरवरी को मेधावी छात्र-छात्राओं के अभिनंदन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे। खंडेलवाल समाज का सामूहिक भोज भी होगा।
सालोदा स्थित कैलादेवी मंदिर परिसर में बसंत पंचमी के अवसर पर बसंत मेला लगाया गया। इस दौरान मंदिर में मैया की विशेष झांकी सजाई गई। वहीं परिसर में मेला लगाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं व बच्चों ने खूब खरीदारी की। साथ ही चकरी-झूलों का लुत्फ उठाया। वहीं मैया के दर्शन कर परिवार की खुशहाली की कामना की। रवांजना डूंगर बसन्त पंचमी के पावन पर्व पर स्थानीय विद्यालय राउमावि रवांजना चौड़ प्रांगण में रविवार को विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना एवं प्रसादी वितरण भामाशाह सागरमल मीणा की ओर से किया गया। ओमप्रकाश मीणा ब्लॉक संयोक खण्डार राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने बताया कि कार्यक्रम में गांव के गणमान्य नागरिक एवं महिलाओं ने मंगल गायन किया। कार्यक्रम में रामस्वरूप गुर्जर, राधेश्याम गुर्जर, बंटी महाराज, रामवतार तिवाड़ी, बलराम धाबाई, हेमराज धाबाई, कमलेश मीना, हरि मीना, दीपू बना, चेतन, घमण्डी सहित सैकड़ों महिला-पुरुषों ने भाग लिया।