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रणथंभौर के पास छाण गांव में मृत लेपर्ड मिलने से हड़कंप, वन विभाग ने की जांच शुरू

 
रणथंभौर के पास छाण गांव में मृत लेपर्ड मिलने से हड़कंप, वन विभाग ने की जांच शुरू

रणथंभौर टाइगर रिजर्व के पास स्थित छाण गांव के पास आज एक लेपर्ड मृत अवस्था में मिला। ग्रामीणों ने सुबह इसकी सूचना वन विभाग को दी, जिसके बाद मौके पर विभाग की टीम पहुंची और मृत लेपर्ड का निरीक्षण शुरू किया।

ग्रामीणों का कहना है कि लेपर्ड मृत अवस्था में रास्ते के पास पड़ा हुआ था। उन्होंने बताया कि यह कोई घायल या संघर्ष के निशान के बिना दिखाई दे रहा था। वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया और कहा कि प्राथमिक तौर पर यह प्राकृतिक कारणों या किसी बीमार स्थिति से मौत हो सकती है, लेकिन शव को आगे की जांच के लिए भेजा जाएगा।

वन विभाग के अधिकारी डॉ. राजेंद्र सिंह ने बताया, “छाण गांव के पास लेपर्ड का शव मिलने की सूचना मिली थी। हमारी टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा ताकि मौत के सही कारण का पता लगाया जा सके।”

रणथंभौर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में लेपर्ड का होना आम बात है, क्योंकि यह क्षेत्र बाघों और अन्य वन्य जीवों के लिए सुरक्षित आवास के रूप में जाना जाता है। लेकिन किसी भी वन्य जीव का अचानक मृत होना गंभीर चिंता का विषय है। वन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे जंगल और रिजर्व क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध स्थिति को तुरंत विभाग को सूचित करें।

विशेषज्ञों का कहना है कि लेपर्ड का मृत होना पर्यावरण और वन्य जीव संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इससे यह संकेत मिल सकता है कि किसी प्रकार की बीमारी या प्राकृतिक आपदा ने वन्य जीवन को प्रभावित किया है। विभाग इस घटना की जांच में लगे हुए हैं और शव का रासायनिक और जैविक परीक्षण भी किया जाएगा।

स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि वह लेपर्ड को लंबे समय से आसपास के क्षेत्र में देख रहे थे, लेकिन कभी किसी ने उसे नुकसान पहुंचाते हुए नहीं देखा। उनका कहना है कि वन विभाग को तुरंत सूचना देना आवश्यक था ताकि किसी भी तरह की समस्या बढ़ने से पहले उसे रोका जा सके।

वन विभाग ने यह भी कहा कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में निगरानी बढ़ाई जाएगी और आसपास के गाँवों में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। ताकि वन्य जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और ग्रामीणों को वन्य जीवन के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके।

छाण गांव में लेपर्ड के शव मिलने की यह घटना स्थानीय लोगों और वन विभाग के लिए एक चेतावनी है कि जंगल और मानव बस्तियों के बीच संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है। विभाग का लक्ष्य है कि इस प्रकार की घटनाओं की जांच कर वन्य जीव संरक्षण को मजबूत बनाया जाए और किसी भी प्रकार की अप्राकृतिक मृत्यु की संभावना को कम किया जाए।