Sawaimadhopur 28 महीने में 7 शावकों की मौत, आने वाली पीढ़ियों को हो सकती है परेशानी

कब-कब हुई शावकों की मौत...
●एक अप्रेल 2021 को गंधार देह में बाघिन टी 60 के शावक का शव मिला था।
●मई 2021 में तांबा खान वन क्षेत्र में बाघिन टी 102 के शावक का शव मिला था।
●24 मई 2022 को खंडार रेंज में बाघिन टी69 के मादा शावक का शव मिला।
●16 जून 2022 को सुल्ताना का शावक अटल सागर में गिरा और उसकी मौत हुई।
●31 जनवरी को बाघिन टी-114 के शावक की मौत हो गई।
●6 सितम्बर को बाघिन टी-79 के एक शावक कीमौत हुई।
●9 सितम्बर को बाघिन टी-79 के एक और शावक ने दम तोड़ा।
●टी.39 नूर के दो शावक लम्बे समय से लापता बाद में नूर मेटिंग करते हुए नजर आई थी ऐसे में उसके दोनों शावकों की भी अब मौत हो चुकी है। हालांकि पुष्टि नहीं की गई। यह सही है कि वर्तमान में रणथम्भौर में क्षमता से अधिक बाघ बाघिन विचरण कर रहे है। ऐसे में आपसी संघर्ष के मामलों में वृद्धि हो रही है। इससे बाघों की मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। इसके लिए वन विभाग को विस्थापन और टाइगर कॉरिडोर व शिफ्टिंग पर ध्यान देने की दरकार है। साथ ही रणथम्भौर के बफर जोन को भी विक सित करने से भी बाघों की मौत के आंकड़ों में कमी लाई जा सकेगी।