Aapka Rajasthan

Rajsamand श्रीनाथजी में 11 को होगा नव मनोरथ, प्रभु को धराया कलियों का शृंगार

 
Rajsamand श्रीनाथजी में 11 को होगा नव मनोरथ, प्रभु को धराया कलियों का शृंगार

राजसमंद न्यूज़ डेस्क, आराध्य प्रभु श्रीनाथजी को उष्णकाल की सेवा के चलते शीतलता की अनुभूति के लिए इस ऋतु में विविध मनोरथ संपन्न कराए जाते हैं। इसके चलते आगामी 11 जून को श्रीजी के सन्मुख भव्य नाव मनोरथ होगा।  इसके तहत सायंकाल भोग आरती की झांकी में इस दिन होने वाले मनोरथ के अवसर पर श्रीजी बावा के सन्मुख डोल तिबारी में जल भरा जाएगा, जिसमें नाव सजाकर उसमें निधि स्वरूप मदनमोहनजी को बिराजित किया जाएगा। उष्णकाल के चलते आराध्य प्रभु श्रीनाथजी मंदिर में नियम के नाव मनोरथ के अंतर्गत यह मनोरथ होगा।

जबकि, कोई मनोरथी भी यदि नाव मनोरथ कराना चाहता है तो वो सेवा भेंट का जो नियमानुसार न्यौछावर है वो समाधान विभाग में जमाकर यह मनोरथ करवा सकता है। उधर, प्रभु श्रीनाथजी को बुधवार को उष्णकाल की सेवा के अनुरूप सायंकाल भोग आरती की झांकी के समय मोगरे की कलियों का अलौकिक श्रृंगार धराया गया। इसमें श्रीजी बावा को सुबह श्रृंगार के समय जो वस्त्र सेवा, सिरपेच, आभूषण आदि धराए वो शाम को इन कलियों से सुशोभित कर धराए गए। वहीं, प्रभु के निधि स्वरूप नवनीतप्रियाजी यानि लाड़ले लालनजी को भी उष्णकाल की सेवा के अनुरूप भोग आरती में जल विहार का मनोरथ कराया गया। इस दौरान निधि स्वरूप निज मंदिर के बाहर की तिबारी में बिराजित हुए एवं उनके सामने जल भरा गया।

गुरुवार को शनि अमावस्या के अवसर पर कुंवारिया के शनि मंदिरों में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। वहीं, महिलाओं ने पीपल व वट वृक्ष की पूजा की गई। कुंवारिया के नीलकंठ चौराहा के समीप स्थित शनि मंदिर में भगवान शनि देव की प्रतिमा को आकर्षक श्रंगार कराया गया तथा श्रद्धालुओं के द्वारा विविध प्रकार की पूजा-अर्चना व अभिषेक किए गए। गुरुवार को वट सावित्री पूजा व अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं ने पीपल व वट वृक्ष की पूजा भी की। कस्बे के चारभुजा के बड़े मंदिर में भी ठाकुर जी की प्रतिमा को आकर्षक श्रंगार कराया गया।