Rajsamand बिना मंजूरी खुली नहरें, ग्रामीणों में आक्रोश
राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद कस्बे के मनोहर सागर तालाब से जुड़ी नहर को बिना किसी स्वीकृति के खोलने से प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। वहीं, इसको लेकर कस्बे के ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। कुछ दिनों पूर्व कस्बे के मनोहर सागर तालाब के पानी को सिंचाई के लिए छोडा गया था। करीब साढे पांच फीट पानी रिर्जव रहने पर नहरें सिंचाई विभाग की ओर से बंद कर दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार रात करीब 11 बजे अमरतिया, गारियावास एवं पनोतिया गांव से जुडी नहर को कुछ लोगो ने अवैध रूप से खोल दिया, जिससे सुबह 4 बजे तक नहरों में पानी बहता रहा, जिससे तालाब से करीब आधा फीट पानी बह गया।
घटना से कस्बे के ग्रामीण भडक गए। ग्रामीणों ने सरपंच प्रवीण मेवाडा व प्रशासनिक अधिकारियों को इस बारे में शिकाय की। सरपंच एवं ग्रामीणो ने नाराजगी प्रकट करते हुए उच्च अधिकारियों को सूचना देकर रोष प्रकट करते हुए कार्यवाही की मांग की। सूचना पर सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता चिराग वशिष्ठ, आसाराम रेगर , सरपंच प्रवीण मेवाडा जल वितरण कमेटी के अध्यक्ष फतेहसिंह व ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। सिंचाई विभाग के कर्मचारियों एवं पटवारी ने घटना की जानकारी लेकर मौकापर्चा बनाया। वहीं, इस प्रकार बिना स्वीकृति नहरें खोलने की दिनभर चर्चा रही।
मनोहर सागर तालाब के पानी को लेकर जल वितरण कमेटी की पूर्व में दूसरी बार हुई बैठक में तालाब का पानी सवा पांच फीट पेयजल और शेष पानी को सिंचाई के लिए नहरें खोलने के लिए रखने पर सहमति बनी थी। अब ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में कस्बे में पेयजल संकट की भारी समस्या से दो-चार होना पडा था और अब इस प्रकार रिर्जव पानी से चोरी होना गंभीर मामला है। इस पर प्रशासन को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।