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Rajsamand माफियाओं ने खोद डाली केलवा की पहाड़ी, शिकायत के बाद भी एक्शन नहीं

 
Rajsamand माफियाओं ने खोद डाली केलवा की पहाड़ी, शिकायत के बाद भी एक्शन नहीं 

राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद में खनन माफियाओं ने पहाड़ी को खोद डाला। यहां तक कि पहाड़ी से फेल्सपार पत्थर का खनन कर करोड़ों का व्यापार कर डाला। कई बार शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालात यह है कि सूचना के बाद भी विभाग के हाथ खाली है। राजसमंद में जिला मुख्यालय से महज 12 से 15 किलोमीटर की दायरे में अवैध खनन का काम बेखौफ चल रहा है। जबकि विभाग के पास शिकायत पहुंचती तो खनन माफियाओं के गुर्गे उनको सूचित कर वहा से भगा देते है और विभाग के हाथ खाली के खाली। अवैध खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन भले ही पूरी तरह से अपने आप को अलर्ट मोड पर दिखाता है, लेकिन ये खनन माफिया जिला स्तर की टास्क फोर्स को भी धत्ता दिखा रहे है।

वाहनों के टायर के मिले ताजा निशान
 टीम जब अवैध खनन की साइट पर पहुंची तो मौके पर कोई नहीं मिला। न ही वहा कोई मशीनरी और न ही वाहन मिले। हालांकि मौके पर वाहनों के टायर के ताजा निशान जरूर मिले, जो साफ संकेत दे रहे थे कि चोरी छिपे यहां से खनन हो रहा है।

80 फीट तक खोद डाला पहाड़
टीम राजसमंद मुख्यालय से केलवा चौपाटी के पास हिम्मतपुरा जौलाई जाने वाले रास्ते के पास पहुंची। यहां पहाड़ी की दुर्दशा देख कर यकीन नहीं हुआ कि पहाड़ों को इस तरह छलनी किया जा सकता है। इस पहाड़ी को करीब 80 फीट तक खोदकर फेल्सपार पत्थर निकाल बेच दिया। इस खनन का विरोध पास ही में हनुमान मंदिर के पुजारी ने किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

रात के अंधेरे में होता है अवैध कारोबार
जब टीम यहां से थोड़ी दूरी पर भगवानपुरा की ओर गई तो वहां पर भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां खातेदारी जमीन से रात के अंधेरे में अवैध बजरी निकाली जा रही है। ऐसे में यहां के लोगों का कहना है कि रात के अंधेरे में इस अवैध कार्य को अंजाम दिया जाता है। इनकी शिकायत करने पर संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई के नाम पर इतिश्री कर दी जाती है। बताया गया कि खनन माफियाओं को कार्रवाई की सूचना पहले ही मिल जाती है ऐसे में वह यहां से अपने संसाधन लेकर फरार हो जाते हैं।

दोस्ती में आई दरार, थाने में पहुंचा मामला
पूरे मामले की जांच में अवैध खनन के साथ साथ आज के दौर में चक्रवर्ती ब्याज का मामला सामने आया। आपस में इतनी खींचतान हुई कि प्रकरण केलवा थाने तक पहुंच चुका है। जिसकी जांच की जा रही है।
दरअसल कुछ साल पहले केलवा निवासी हेमंत सिंह राजावत और नंदलाल तेली गहरे दोस्त थे। इस दौरान हेमंत सिंह राजावत ने नंदलाल तेली को एग्रीमेंट कर खनन के लिए मशीनरी उपलब्ध करवाई। लेकिन धीरे-धीरे रूपए के लेन-देने को लेकर दोनों में तकरार बढ़ गई। तकरार इतनी बढ़ गई कि पूरा प्रकरण केलवा थाने तक पहुंच गया। थाने में नंदलाल तेली ने हेमंत सिंह राजावत के खिलाफ मकान, गाड़ी और मशीन हड़पने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इतना ही नहीं सबसे बड़ा आरोप यह भी लगाया है कि नंदलाल से चक्रवर्ती ब्याज वसूला जा रहा है जिसके चलते वो परेशान हो गया हैं।

माफियाओं को पहले ही लग जाती है कार्रवाई की भनक
पूरे मामले को लेकर हेमंत सिंह राजावत से बात की गई तो उन्होंने बताया मैंने नंदलाल तेली को खनन के लिए मशीनरी उपलब्ध करवाई। लेकिन नंदलाल प्रभावशाली लोगों के साथ मिलकर अवैध खनन करना चाह रहा था। ऐसे में मैने मेरे साधन खड़े करवा लिए, जिसके बाद मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है। हेमंत के अनुसार माइनिंग विभाग को उन्होंने इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है। माइनिंग विभाग की कार्रवाई होने से पहले खनन माफियाओं को भनक पड़ जाती है और वो सूचना करके अपने साधन वहा से हटवा देते है।

चक्रवर्ती ब्याज का है पूरा फेर
केलवा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले नंदलाल तेली से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह सभी झूठे हैं। समय-समय पर संसाधनों का रेंट मेरे द्वारा दिया गया है। मेरे पर ब्याज इतना लगा दिया कि मैं इससे परेशान हो गया हूं। मेरा मकान, मेरी गाड़ी सब गिरवी रखे हुए हैं। मेरे जैसे कई लोग चक्रवर्ती ब्याज के जाल में फंसे हुए हैं। नंदलाल ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

मामले की जांच जारी
इस पूरे मामले को लेकर केलवा थानाधिकारी ओम सिंह चुंडावत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि थाने में प्रार्थी नंदलाल तेली ने हेमंत सिंह राजावत के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया है। जिस पर नोटिस भी जारी किए गए हैं। फिलहाल अभी इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है।