Rajsamand द्वारकाधीश मंदिर में 16 साल बाद 56 भोग मनोरथ, 3 दिवसीय विवाह
राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद में श्री द्वारिकाधीश मंदिर कांकरोली में 16 साल बाद 56 भोग का मनोरथ का आयोजन किया जा रहा है। 56 भोग के तहत 20 दिसम्बर से 3 दिनों तक मनोरथ आयोजित किए जाएंगे। जहां प्रदेश सहित गुजरात, महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मनोरथ दर्शन को आएंगे। श्री द्वारिकाधीश मंदिर की ओर से मंगलवार को मंदिर कार्यालय में 56 भोग मनोरथ के निमंत्रण का विमोचन किया गया। इस दौरान द्वारिकाधीश मंदिर के अधिकारी भगवती लाल पालीवाल, कार्यालय अधीक्षक राजकुमार गौरवा, ट्रस्टी मुकेश भाई मेहता, जयेश शाह सलाहकार मौजूद थे।
श्री द्वारिकाधीश मंदिर के तृतीय पीठाधीश्वर गोस्वामी वागीश कुमार ने बताया कि मंदिर के नित्य लीलास्थ्य 14वें पीठाधीश्वर ब्रजेश कुमार महाराज की इच्छा के अनुसार आगामी 20 से 22 दिसम्बर तक मंदिर में 56 भोग मनोरथ का आयोजन किया जा रहा है। कार्यालय अधीक्षक राजकुमार गौरवा ने बताया कि श्री द्वारिकाधीश मंदिर कांकरोली में 16 साल बाद 56 भोग का आयोजन होने जा रहा है, जिसके तहत मंदिर में 3 दिनों तक मनोरथ होंगे। इससे पूर्व 2008 में 56 भोग का आयोजन हुआ। पुष्टिमार्ग में 56 भोग का बड़ा महत्व है। आयोजन को लेकर बड़े स्तर पर तैयारियों की जा रही है। जिसमें भोजन, आवास, यातायात सहित समितियां बनाई गई, जो यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था में जुट गए है। आयोजन में शहर के सभी समाज के प्रतिनिधियों को भी कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा।
जानकारी के अनुसार 20 दिसम्बर शुक्रवार को ग्वाल दर्शन में कुन्हवारा का मनोरथ, शयन झांकी में विवाह मनोरथ, 21 दिसम्बर शनिवार को ग्वाल के दर्शन में पलना का मनोरथ व शयन झांकी में बंगला का मनोरथ पूरा किया जाएगा। मनोरथ का मुख्य आयोजन 56 भोग का मनोरथ 22 दिसम्बर रविवार को दोपहर 3 बजे से किया जाएगा। इस दौरान देश सहित विदेश से भी श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे। मंदिर के सलाहकार जयेश भाई ने बताया कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए द्वारकेश वाटिका सहित होटल व धर्मशाला बुक की जा चुकी है। वही श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने के लिए निशुल्क ऑटो की व्यवस्था की गई। आयोजन को लेकर पुख्ता प्रबंध किए जा रहे है। 56 भोग मनोरथ के दौरान 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की पूरी टीम भी कांकरोली पहुंचेगी।
