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Rajsamand देसूरी नाल में जल्द दौड़ते-कूदते नजर आएंगे चीतल

 
Rajsamand देसूरी नाल में जल्द दौड़ते-कूदते नजर आएंगे चीतल
राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद  कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए वन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। हालांकि ग्रासलैंड बढ़ाने का कार्य पहले से किया जा रहा है। अब वन्यजीवों की संया बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है। वन विभाग की ओर से इसके लिए देसूरी नाल में एनक्लोजर बनाकर उसमें चीतलों को रखा जाएगा। इसके लिए टेण्डर आमंत्रित किए जाएंगे।कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व में टाइगर को छोडऩे से पहले ग्रास लैंड तैयार करने और वन्यजीवों की संया बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। इसके तहत वन विभाग की ओर से पिछले दो सालों से ग्रासलैंड बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे शाकाहारी वन्यजीवों को भोजन आसानी से उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही अब टाइगर को शिकार के लिए वन्यजीव आसानी से उपलब्ध हो इसके लिए इनकी संया बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। वन विभाग की ओर से इसके लिए राजसमंद के देसूरी नाल में एनक्लोजर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। वन विभाग की ओर से इसके लिए टेण्डर आमंत्रित जाएंगे। एनक्लोजर के तैयार होने पर 150 से 200 चीतल लाकर इसमें छोडऩे की योजना है। इस दौरान इनकी संया भी बढ़ेगी और उनके सामान्य होने पर उन्हें जंगल में छोड़ा जाएगा। उल्लेखनीय है कि कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति पिछले साल ही मिल चुकी है।

कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए सरकार की ओर से गठित एक्सपर्ट कमेटी की बैठक अब जयपुर में होने की उमीद है। गत दिनों उदयपुर में हुई बैठक में कई डीएफओ मीटिंग में नहीं जुड़ पाए थे। इसके कारण बफर जोन आदि के संबंध में चर्चा नहीं हो सकी थी। इसके कारण रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई। ऐसे में अब यह बैठक जयपुर में होने की संभावना जताई जा रही है। कमेटी को 31 अगस्त तक रिपोर्ट सरकार को सौंपनी है।