Rajsamand में श्रीजी प्रभु की दाढ़ी पर गुलाल चढ़ाने के बाद शुरू होगा पूरी सृष्टि में होली का त्योहार, जानिए इस अनोखी परंपरा का रहस्य

राजसमंद न्यूज़ डेस्क - पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथजी की राजसमंद स्थित हवेली में आज भव्य होली महोत्सव मनाया जाएगा. राजभोग दर्शन के दौरान श्रीजी प्रभु को तिलकायत के आदेशानुसार गुलाल, अबीर, चंदन चोवा अर्पण कर विशेष सेवा की जायेगी. भक्त श्रीजी प्रभु का लाड़-प्यार करेंगे और शाम को शयन दर्शन, तिलकायत, विशाल बाबा श्रीजी प्रभु और लाडले लाल प्रभु की दाढ़ियों को गुलाल से रंगेंगे। यह संपूर्ण पुष्टि सृष्टि में होली खेलने का संकेत और संदेश होगा।
चार विशेष राजभोग दर्शन होंगे
शुक्रवार को डोलोत्सव के दौरान सुबह 6:47 बजे भद्रा समाप्त होते ही होली मंगरा स्थित श्रीजी प्रभु की भव्य होली प्रारंभ की जाएगी। इसके बाद राजभोग दर्शन में श्रीजी प्रभु को चंदन की पत्तियों से बने झूले (डोल) में विराजमान किया जाएगा, जहां तिलकायत श्री और श्री विशाल बाबा निधि स्वरूप श्री मदन मोहन जी और लाडले लाल का डोला झुलाएंगे। इस अवसर पर चार विशेष राजभोग दर्शन किए जाएंगे। शुक्रवार को धुर्न्डी के दिन शयन दर्शन में बादशाह की सवारी निकाली जाएगी, जो भव्य आयोजन का मुख्य आकर्षण होगी।
रसिया और साखी गीत प्रस्तुत कर भक्ति का रंग बिखेर रहे हैं
होलाष्टक के दौरान मंदिर में दर्शन करने आए भक्तों पर अबीर और गुलाल फेंककर होली की बधाई दी जा रही है। राजभोग दर्शन के समय बृजवासी रसिया गान प्रस्तुत कर रहे हैं, जो भक्तों को भावविभोर कर रहा है। इस पावन अवसर पर मथुरा और वृंदावन से आए कीर्तन मंडल रसिया और साखी गीत प्रस्तुत कर भक्ति का रंग बिखेर रहे हैं। गुजरात और महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में श्रद्धालु ठाकुर जी के साथ होली खेलने के लिए मंदिर पहुंचे हैं। मंदिर से फेंके गए गुलाल और अबीर को माथे पर लगाने के लिए श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। श्रद्धालु होली के मस्ती भरे रसिया गीतों पर नाचते-गाते हुए एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दे रहे हैं।