PM Modi Rajasthan Visit : पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रीनाथजी के किए दर्शन, सीएम गहलोत ने स्वागत किया तो पीएम मोदी ने फिर कहा परम मित्र
राजसमंद न्यूज डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के दौरे पर है। उन्होंने नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर के दर्शन किए है। राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है लिहाजा ऐसे में पीएम मोदी यह दौरा बेहद अहम् माना जा रहा है। पीएम मोदी का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वागत किया, तो पीएम मोदी ने फिर परम मित्र कहा है। इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी मौजूद रहे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पहुंचे और 120 फीट हेलीपैड के लिए हुए रवाना हुए। नाथद्वारा में प्रसिद्ध श्रीनाथ मंदिर है, जिससे नाथद्वारा को श्रीनाथ नगरी भी कहा जाता है। पीएम नरेंद्र मोदी यहां पहुंचे और श्रीनाथ प्रभु के दर्शन किया है।
नाथद्वारा में भगवान श्रीनाथजी के दर्शन और आशीर्वाद का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उनसे देशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य और कल्याण की कामना की। pic.twitter.com/iUgpcGiER7
— Narendra Modi (@narendramodi) May 10, 2023
नाथद्वारा की जनसभा में मोदी ने अशोक गहलोत या उनकी सरकार के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला। क्योंकि गहलोत मंच पर मौजूद थे। अब शाम को आबूरोड मानपुर एयरस्ट्रिप पर होने वाली पीएम की बड़ी जनसभा का लोगों को इंतजार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाथद्वारा में हुई जनसभा के बाद एक बड़ी जनसभा अब आबूरोड पर मानपुर एयर स्ट्रिप ग्राउंड पर शाम को होगी, जिसमें बीजेपी एक लाख लोगों की भीड़ जुटने का दावा कर रही है। मोदी इस जनसभा से बड़ा सियासी संदेश देंगे ऐसा माना जा रहा है।
नाथद्वारा में हुई सभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच काफी देर मंच पर चर्चा होती रही। मोदी इशारों में गहलोत को कुछ समझाते रहे और गहलोत अपनी बात कहते रहे। इसके बाद जब उद्बोधन की बारी आई तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वह काम गिनाए, जो राजस्थान सरकार की फ्लैगशिप योजनाएं हैं या फिर राहुल गांधी ने गहलोत को जिन्हें प्राथमिकता से लागू करवाने के निर्देश दिए हैं। सबसे खास बात यह रही कि दौसा में हुई पिछली जनसभा की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाथद्वारा में भी अशोक गहलोत को मेरे मित्र राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी कहकर संबोधित किया। पीएम मोदी के बार-बार गहलोत को मेरे मित्र पुकारे जाने की भी खासी सियासी चर्चाएं हैं। राजस्थान की जनता ही नहीं कांग्रेस, बीजेपी और अन्य पार्टियों के नेता भी इसके अपने-अपने विचार से मायने निकाल रहे हैं।
गहलोत ने मंच से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन कर दिया कि लोकतंत्र में दुश्मनी नहीं होती है। केवल पार्टियों में विचार का मतभेद होता है। गहलोत ने प्रधानमंत्री से पहले ही मंच से इस बात का आग्रह कर दिया था कि हिंसा पर लगाम लगाने वाली बात प्रधानमंत्री करें। गौरक्षा के नाम और मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का भी गहलोत ने जिक्र किया, जो बहुत चर्चित रहा। सीधे तौर पर गहलोत ने इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आपसी प्रेम, भाईचारा, मोहब्बत सभी जाति-समाजों के बीच प्रेम बनाए रखने वाली बात करने का आग्रह किया था, जिसे पीएम मोदी ने भी मान लिया और मोदी ने केवल विकास के आधार पर नाथद्वारा की सभा में बिना नाम लिए कांग्रेस और यूपीए की पिछली सरकारों को घेरा है।