Aapka Rajasthan

Rajsamand नानी बाई रो मायरों के आयोजन के दौरान हवन अनुष्ठान किया गया

 
Rajsamand नानी बाई रो मायरों के आयोजन के दौरान हवन अनुष्ठान किया गया

राजसमंद न्यूज़ डेस्क, ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में तीन दिवसीय नानी बाई रो मायरों कथा का समापन, धर्म मय हुआ साई विहार, कथा के अंतिम दिन मंदिर परिसर में हवन अनुष्ठान करते स्थानीय लोग। राजसमंद में आज साई विहार कांकरोली में स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में 3 दिवसीय नानी बाई रो मायरो कथा का समापन हुआ। इस दौरान मंदिर पर वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ ध्वजा चढाई गई वही मंदिर परिसर में हवन अनुष्ठान भी सम्पन्न हुआ जहां स्थानीय लोगो ने भाग लिया। इस दौरान नानी बाई का मायरा भरने एवं कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या पर उपस्थिति रही। कथा वाचक युगल किशोर बागोरा ने आज के प्रसंग में बताया कि कलियुग में गो सेवा करने वाले व्यक्तियों को पुण्य की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि गाय पूरे विश्व की माता है, जिसमें सभी देवी- देवताओं का निवास रहता है।

जब नानी बाई का भात भरने का समय आया तो उनके भाई नरसी भगत के पास भात भरने को कुछ भी नही था। अपने भगत की लाज बचाने के लिए स्वयं भगवान साँवरिया सेठ भात भरने पहुंचे। बड़े चाव के साथ भगवान ने नानी बाई का छत्तीस करोड़ का भात भरा। भात को देखकर नानी बाई के ससुराल एवं गांव के सभी लोग भगवान की इस लीला को देखकर हैरान रह गए। कथा के दौरान श्रद्धालुओं में मायरा भरने के प्रति विशेष उत्साह देखा गया। आज कथा के अंतिम दिवस पर ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में ध्वजारोहण कर हवन अनुष्ठान किए गए तथा शाम को महा प्रसाद वितरित किया गया।