Rajsamand में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान पर चर्चा
राजसमंद न्यूज़ डेस्क, जतन संस्थान एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में संवाद का आयोजन किया गया। जतन संस्थान राजसमंद पिछले 23 वर्षों से राजस्थान के 20 से अधिक जिलों में विकास के क्षेत्र में विभिन्न आयामों में भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार के सहयोग से बाल सुरक्षा एवं संरक्षण के मुद्दों पर कार्य कर रहा है। जतन संस्थान राजसमंद जिले के 4 ब्लॉक के 50 गांवों में बच्चों तक न्याय पहुंचाने के लिए परियोजना चला रहा है।
जिसमें संस्थान बाल विवाह, बाल श्रम एवं बाल यौन शोषण पर कार्य कर रहा है। 50 गांवों में किशोर समूह, हितधारक बैठकें, ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति में सक्रियता लाने का कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम प्रभारी पूजा सुथार ने बताया कि बाल विवाह न केवल एक बुराई है, बल्कि यह बच्चों के लिए अभिशाप है जो उनके जीवन को हमेशा के लिए प्रभावित करता है। साथ ही राजसमंद जिले में चलाई जा रही एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन परियोजना के तहत पिछले वर्ष कुल 27 बाल विवाह रोके गए तथा एक एफआईआर दर्ज की गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं प्रशासन के सहयोग से 47 बाल श्रमिकों को बाल श्रम से मुक्त कराकर सरकारी योजनाओं एवं पुनः शिक्षा से जोड़ा गया। बाल यौन शोषण के 57 मामलों में पीड़ित परिवार को पीड़ित प्रतिपूर्ति योजना से जोड़ा गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से इस वर्ष 22 बाल विवाह रोके गए तथा 31 बाल श्रमिकों को बाल श्रम से मुक्त कराकर उन्हें पुनः शिक्षा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।