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बीजेपी विधायक से कार्यकर्ता की दो टूक! वादा याद दिलाते हुए छलका दर्द, कहा - "जूते माथे पर रख देना, लेकिन लोगों की बातें सुन-सुनकर हमारे कान भर गए

 
बीजेपी विधायक से कार्यकर्ता की दो टूक! वादा याद  दिलाते हुए छलका दर्द, कहा - "जूते माथे पर रख देना, लेकिन लोगों की बातें सुन-सुनकर हमारे कान भर गए

राजसमंद में बुधवार को नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ के सामने एक भाजपा कार्यकर्ता का दर्द छलक आया। कार्यकर्ता ने उन्हें चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा किए गए वादे की याद दिलाई। विश्वराज सिंह आज नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र के खमनोर ब्लॉक में तहसील भवन के उद्घाटन में पहुंचे थे। विश्वराज सिंह मंच पर मौजूद थे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता डालचंद कागरेचा ने मंच के माइक पर क्षेत्र की समस्याओं पर बोलना शुरू कर दिया।

कागरेचा ने कहा- चुनाव के दौरान अस्पताल शिफ्ट नहीं होने को लेकर जनता ने हमारा वीडियो बनाया था। वह वीडियो हमारे पास है। हमने वादा किया था कि खमनोर का अस्पताल बंद नहीं होगा। कागरेचा ने कहा- विधायक साहब, अपने जूते मेरे सिर पर रख दीजिए, आप महाराणा हैं। कोई दिक्कत नहीं। लेकिन, हमारे कान लोगों की बातें सुनते-सुनते भर गए हैं। यहां का अस्पताल खमनोर से मोलेला चला गया है। कोई दिक्कत नहीं, लेकिन खमनोर के अस्पताल पर ताले क्यों लटके हुए हैं? यहां की महिलाएं रात को अस्पताल नहीं जा पा रही हैं। अस्पताल के रास्ते में अंधेरा है। खमनोर का अस्पताल कुछ महीने पहले मोलेला में नए भवन में शिफ्ट हुआ था।

अस्पताल शिफ्ट नहीं होना था
अस्पताल का नया भवन कांग्रेस के कार्यकाल में बना था। तब यह भी मुद्दा था कि अगर अस्पताल पुराने भवन से नए भवन में शिफ्ट होता है तो खमनोर के लोगों के लिए यह थोड़ा दूर हो जाएगा।इसको लेकर भाजपा ने चुनाव प्रचार में कहा था कि अस्पताल पुराने भवन में ही चलेगा। लेकिन, भाजपा के विश्वराज सिंह के चुनाव जीतने के बाद 5 महीने पहले अस्पताल को करीब 500 मीटर दूर मोलेला ग्राम पंचायत की जमीन पर नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया।

अब यहां के लोग भाजपा द्वारा चुनाव के दौरान किए गए वादे का पुराना वीडियो दिखा रहे हैं।कुलपति ने लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को गद्दी पर बैठाया: मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच हुई रस्म; घोड़े की आरती उतारी गई, एकलिंगनाथजी के दर्शन किए गएमेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को बुधवार को कुलगुरु डॉ. वागीश कुमार गोस्वामी ने राजगद्दी पर बैठाया। मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच यह अनुष्ठान संपन्न हुआ। इसके बाद लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने अपने कुलगुरु समेत सभी संत-महात्माओं से आशीर्वाद लिया।