आधार ऑपरेटरों का विरोध तेज! ID ब्लॉक होने से बेरोजगारी का खतरा, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

राजसमंद न्यूज़ डेस्क - आधार संचालकों को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आमेट प्रदेशाध्यक्ष किशन जाट के नेतृत्व में संचालकों ने कलेक्टर व डीओआईटी संयुक्त निदेशक को ज्ञापन सौंपा।आधार सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामियों के कारण कई संचालकों की आईडी बंद हो गई है। इससे उनकी रोजी-रोटी खतरे में पड़ गई है। संचालकों का कहना है कि वे वर्षों से आम लोगों को आधार पहचान पत्र बनवाने में मदद कर रहे हैं।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि दस्तावेजों को सही तरीके से स्कैन करने के बाद भी उन्हें 'खराब गुणवत्ता' बताकर रिजेक्ट कर दिया जाता है। संचालकों ने यूआईडीएआई सॉफ्टवेयर में 'सेंड बैक' ऑप्शन जोड़ने की मांग की है। इससे रिजेक्ट किए गए डेटा को सही किया जा सकेगा।संचालकों ने नाम व जन्मतिथि सुधार की प्रक्रिया को सरल बनाने की भी मांग की है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार बच्चों के पास जरूरी दस्तावेज नहीं होते हैं। इसलिए शाला दर्पण पोर्टल से जारी प्रमाण पत्रों को मान्यता दी जाए।
संचालकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे बिना पूर्व सूचना के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इससे आम लोगों को आधार सेवाओं में परेशानी होगी। संचालकों ने सरकार से उनकी समस्याओं का समाधान कर उन्हें फिर से काम पर लौटने का मौका देने की अपील की है।