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Rajsamand में आंजनेश्वर महादेव का 600 साल पुराना शिव मंदिर, 12 महीने प्रकृति करती है जलाभिषेक

 
Rajsamand में आंजनेश्वर महादेव का 600 साल पुराना शिव मंदिर, 12 महीने प्रकृति करती है जलाभिषेक

राजसमंद न्यूज़ डेस्क, जिले की आमेट पंचायत समिति की गोवल ग्राम पंचायत के गुढ़ा की देवदार की पहाड़ियों के बीच चंद्रभागा नदी के उद्गम स्थल चकाचक या अंजनेश्वर महादेव का 600 साल पुराना शिव मंदिर है। यह शिवलिंग स्वयं भू है, जो जमीन में चार अंगुल गहराई में स्थापित है। जहां जमीन के अंदर से लगातार पानी की धारा बहती रहती है। जो 12 महीने सिर्फ शिवलिंग का प्राकृतिक जलाभिषेक करता है।

कुछ वर्ष पहले मंदिर के गर्भगृह में एक चतुर्मुखी शिवलिंग भी स्थापित किया गया था। यहां महंत मनोहरदास मौनी पिछले 22 वर्षों से सेवा पूजा कर रहे हैं। महंत मनोहरदास मौनी ने बताया कि भू-शिवलिंग स्वयं 600 वर्ष पुराना है। उनका वास्तविक नाम अंजनेश्वर महादेव है। महंत ने बताया कि कुछ ही वर्षों में जब यहां की व्यवस्था चकाचक और बेहतर हो गई तो इसे चकाचक महादेव का नाम दिया गया। पहले यहां बिल्कुल वीरान जंगल था। गुढ़ा के ग्रामीणों के अलावा अन्य लोगों का यहां आना बहुत मुश्किल था। पहले कच्चे रास्ते से पगडंडी से होकर आना पड़ता था। यहां कठिन रास्ता होने के कारण महंत मनोहरदास मौनी ने 14 वर्ष तक बिना बोले तपस्या की। आश्रम में आने वाले किसी भी व्यक्ति से कोई बातचीत नहीं होती थी. बाद में ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से राष्ट्रीय राजमार्ग आठ व देवदार का गुढ़ा गांव तक पक्की सड़क बनाकर नया पिकनिक प्वाइंट बनाया गया।

इसके बाद महंत ने अपनी मौन तपस्या तोड़ दी। देवड़ों का गुढ़ा के ग्रामीणों ने 60 साल पहले अपने स्तर पर तालाब का निर्माण करवाया था। जब यह तालाब ऊंचाई पर था तो दीवार बनाकर तालाब का पानी रोक दिया गया था। इस तालाब का ओवरफ्लो 40 फीट की ऊंचाई से झरने की तरह गिरता है। जिससे क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता बढ़ जाती है। जो आगे चलकर चंद्रभागा नदी का रूप ले लेती है। नदी के बहाव क्षेत्र में असंख्य खजूर के पेड़ हैं। जो एक तरह से केरल में नारियल के पेड़ का एहसास कराता है।