Rajasthan Election 2023 सीएम गहलोत का दावा, सत्ता में वापसी कराएगी उनकी 7 गारंटियां, भाजपा ने बोला हमला, कहा-सरकार की गारंटियां पहले भी हो चुकी हैं फेल

राजस्थान न्यूज डेस्क !!! मरुधरा में विधानसभा चुनाव की सियासी बिसात बिछ चुकी है और कांग्रेस ने अपना पहला दांव भी चल दिया है. कांग्रेस ने अपने पहले दावे में जनता को 7 गारंटी दी है और इन गारंटी के लिए यात्रा भी शुरू कर दी गई है. यह यात्रा राज्य के सभी जिलों और कुल 135 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि कांग्रेस की इन गारंटी से जनता को कितना फायदा होगा और उससे भी बड़ा सवाल ये है कि क्या इन 7 गारंटी से जनता कांग्रेस का साथ देगी.
ये हैं कांग्रेस की 7 गारंटियां
1. गोधन योजना जिसके तहत किसानों से 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदा जाएगा
2. कॉलेज में प्रवेश लेने वाले प्रत्येक छात्र को प्रथम वर्ष के लिए निःशुल्क लैपटॉप
3. प्रदेश के प्रत्येक छात्र को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा की गारंटी
4. प्राकृतिक आपदा का शिकार होने वाले हर परिवार को 15 लाख रुपये का बीमा
5. राज्य के 1.05 करोड़ परिवारों को महंगाई से राहत देने के लिए 500 रुपये में घरेलू गैस सिलेंडर.
6. गृहलक्ष्मी गारंटी योजना के तहत हर परिवार की महिला मुखिया को सालाना 10 हजार रुपये
7. सरकारी कर्मचारियों के लिए ओपीएस की गारंटी का कानून
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस की इन 7 गारंटी पर पूरा भरोसा है कि ये गारंटी कांग्रेस को दोबारा सत्ता में ला सकती हैं. इन 7 वादों को जनता तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस सात संभागों में यात्रा भी कर रही है. जिसके लिए वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, जोधपुर में हरीश चौधरी और बीकानेर में गोविंद राम मेघवाल को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि राजधानी जयपुर और जयपुर संभाग की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह के पास है. साथ ही कोटा की जिम्मेदारी मंत्री प्रमोद जैन भाया और भरतपुर की जुम्मा मोहन प्रकाश को दी गई है और प्रभारियों के सहायक के तौर पर प्रदेश के तीन प्रभारियों यानी काजी निज़ामुद्दीन वीरेंद्र सिंह राठौड़ और अमृता धवन को जिम्मेदारी दी गई है. पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को अजमेर की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि उदयपुर की जिम्मेदारी सीपी जोशी के कंधों पर है.