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राजस्थान चुनावों से पहले बदलने जा रहा है प्रदेश कांग्रेस का ठिकाना, 80 करोड़ की लागत से बनेगी नई PCC

 
राजस्थान चुनावों से पहले बदलने जा रहा है प्रदेश कांग्रेस का ठिकाना, 80 करोड़ की लागत से बनेगी नई PCC
राजस्थान न्यूज़ डेस्क, कांग्रेस राजस्थान की राजधानी जयपुर में अपना ठिकाना बदलेगी. पार्टी अब जयपुर शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके चांदपोल की संसार चंद्र रोड से दूर मानसरोवर के पॉश इलाके में अपना नया भवन बनाने जा रही है. यह भवन पूरी तरह हाईटेक होगा. इसे हर तकनीक से लैस किया जाएगा. कांग्रेस मुख्यालय बनाने के लिए 6000 वर्ग गज जमीन अलॉट हो चुकी है. नए मुख्यालय के प्रोजेक्ट पर करीब 80 करोड़ की लागत आएगी. राजधानी जयपुर के मानसरोवर में अगले सप्ताह कांग्रेस के नए मुख्यालय भवन की नींव रखी जाएगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी 23 सितंबर को नए भवन का शिलान्यास करेंगे. शिलान्यास के बाद कांग्रेस की सभा और कार्यकर्ता संवाद रखा गया है. इस सभा के जरिए कांग्रेस चुनावी अभियान की शुरुआत करेगी. इस सभा के माध्यम से कांग्रेस के बूथ लेवल से लेकर जिला स्तर तक के पदाधिकारियों को चुनावी टास्क दिए जांएगे.

कांग्रेस समर्पण निधि की तर्ज पर धन जुटाएगी

कार्यकर्ताओं को बीजेपी की ही तर्ज पर ‘बूथ जीता तो चुनाव जीता’ का मंत्र दिया जायेगा. राहुल गांधी पार्टी पदाधिकारियों को आईडी कार्ड देंगे ताकि उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ता होने पर गर्व की अनुभूति हो. नए भवन के लिए कांग्रेस समर्पण निधि की तर्ज पर धन जुटाएगी. बीजेपी की ही तरह कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं से नये भवन के निर्माण के लिए सहयोग राशि जमा करेगी. पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा का दावा है कि इससे पार्टी के प्रति कार्यकर्ताओं का समर्पण बढे़गा.

55 हजार पदाधिकारियों को बुलाया गया है

बीजेपी पार्टी के संपूर्ण खर्च के लिए कार्यकर्ताओं के आगे झोली फैलाती है. इससे जमा होने वाली राशि से पार्टी का खर्चा चलता है. शिलान्यास के कार्यक्रम में ग्रासरूट के सभी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है. चुनावी जीत तय करने के लिए कांग्रेस ने शिलान्यास कार्यक्रम में 55 हजार पदाधिकारियों को बुलाया है. कांग्रेस के 52 हजार बूथ अध्यक्षों, 2200 मंडल अध्यक्षों, 400 ब्लॉक अध्यक्षों, 40 जिलाध्यक्षों और पार्टी पदाधिकारियों को न्योता दिया गया है.

आक्रामक रणनीति का गवाह बनेगा नया भवन

नया भवन बीजेपी को हर मोर्चे पर घेरने के लिए आक्रामक रणनीति का गवाह बनेगा. पार्टी अब परंपरागत तौर तरीकों को छोड़ नई तकनीक और नये जमाने के बदलावों को आत्मसात कर भविष्य में मजबूत बनना चाहती है. इसलिए ऐसी बिल्डिंग बनाई जा रही है जिसमें सुविधाएं बीजेपी के कार्यालयों से कम नहीं होंगी. पार्टी के कार्यकर्ताओं को किसी भी चीज की कमी नहीं खलेगी. नए भवन के शिलान्यास पर पार्टी की निगाहें चुनावी जीत पर होगी.