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Bilara Assembly Election 2023 कांग्रेस से मोहन लाल कटारिया तो अर्जुनलाल गर्ग होंगे भाजपा उम्मीदवार, जानिये बिलाड़ा विधानसभा सीट के ताजा समीकरण

 
बीजेपी ने 2008 के विधानसभा चुनावों में 14,863 मतों (12.11%) के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की, जो कुल मतदान का 50.07% था। 2014 के लोकसभा चुनाव में, भाजपा ने पाली संसदीय/लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के बिलाड़ा विधानसभा क्षेत्र में नेतृत्व किया। बिलाड़ा विधानसभा सीट राजस्थानके जोधपुर जिले में आती है। 2018 में बिलाड़ा में कुल 41 प्रतिशत वोट पड़े। 2018 में आईएनसी से हीरा राम मेघवाल ने भारतीय जनता पार्टी के अर्जुनलाल गर्ग को 9 वोटों के मार्जिन से हराया था।

 बिलाड़ा राजस्थान राज्य में एक विधानसभा/विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र है और पाली लोकसभा/संसदीय निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। बिलाड़ा जोधपुर जिले और राजस्थान के पश्चिम क्षेत्र में पड़ता है। इसे ग्रामीण सीट के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस सीट पर कुल 2,63,736 मतदाता हैं, जिनमें 1,36,802 पुरुष मतदाता और 1,26,934 महिला मतदाता शामिल हैं। 2018 के राजस्थान चुनावों में, बिलाड़ा में 69.18% मतदान हुआ था। 2013 में मतदान 68.06% था, और 2008 में यह 56.4% था। 2013 में, भाजपा के अर्जुनलाल ने 35,941 मतों (22.56%) के अंतर से सीट जीती थी। अर्जुनलाल ने कुल डाले गए वोटों का 59.46% हासिल किया।बीजेपी ने 2008 के विधानसभा चुनावों में 14,863 मतों (12.11%) के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की, जो कुल मतदान का 50.07% था। 2014 के लोकसभा चुनाव में, भाजपा ने पाली संसदीय/लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के बिलाड़ा विधानसभा क्षेत्र में नेतृत्व किया। बिलाड़ा विधानसभा सीट राजस्थानके जोधपुर जिले में आती है। 2018 में बिलाड़ा में कुल 41 प्रतिशत वोट पड़े। 2018 में आईएनसी से हीरा राम मेघवाल ने भारतीय जनता पार्टी के अर्जुनलाल गर्ग को 9 वोटों के मार्जिन से हराया था।

कांग्रेस से मोहन लाल कटारिया तो अर्जुनलाल गर्ग होंगे भाजपा उम्मीदवार

राजस्थान के जोधपुर की बिलाड़ा विधानसभा सीट ग्रामीण परिवेश की सीट है. नए जिलों में अब यह क्षेत्र जोधपुर ग्रामीण के हिस्से में आ गया है. यह एसटी-एससी के लिए रिज़र्व सीट है. इस विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या ढाई लाख से ऊपर है. वहीं पिछले चुनावों की बात करें तो यहां कांग्रेस ने भाजपा के अर्जुन लाल को हराकर जीत हासिल की थी.इस चुनाव में जीत के अंतर 9 हजार से अधिक था. बता दें कि 2003 से इस सीट भाजपा काबिज थी. और जीत का अंतर भी बड़ा था लेकिन साल 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस भाजपा के विजय रथ को रोकने में कामयाब रही.

 विधानसभा

बिलाड़ा विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो इसका लगभग 75 फीसदी से ज्यादा हिस्सा ग्रामीण और बाकी हिस्सा शहरी है. यह विधानसभा क्षेत्र 2008 के बाद अनुसूचित जाति जन जाति के लिए आरक्षित है. इसकी 20 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति और करीब एक फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं.

जातीय समीकरण?

जातीय समीकरण की बात करें तो इस क्षेत्र में यहां जाट और मेघवाल मतदाता निर्णायक भूमिका में रहते हैं. इनके बाद मुस्लिम, राजपूत, सीरवी, माली और विश्नोई समाज के मतदाता हैं. रावणा राजपूत, पटेल, ब्राह्मण, वैष्णव, मौची, वाल्मीकि, खटीक इत्यादि मतदाता भी इस सीट में हैं.बिलाड़ा विधानसभा सीट में दो नगर पालिका, एक पंचायत समिति और तीन पंचायत समिति के कुछ हिस्से शामिल होते हैं. इसमें नगर पालिका बिलाड़ा और पीपाड़, पंचायत समिति बिलाड़ा का पूर्ण हिस्सा पीपाड़ का अधिकांश हिस्सा, लूणी का 13 और मंडोर की 7 पंचायतें भी इसमें शामिल होती हैं. ग्रामीण परिवेश ज्यादा होने के कारण यहां के मुख्य चुनावी मुद्दे पानी कनेक्शन, गांवों की कनेक्टिविटी के लिए सड़कों का जाल, शिक्षा स्कूल कॉलेज की ग्रामीण क्षेत्र में उपलब्धता इत्यादि है.

कब किसने दर्ज की जीत

इस सीट के इतिहास की बात करें तो 15 बार हुए चुनाव में यहां कांग्रेस ने 9 बार, भाजपा ने 3 बार और निर्दलीय ने 2 बार जीत हासिल की है. वहीं जनता पार्टी ने एक बार विजय पताका लहराई है.