आखिर क्यों पानी की समस्या पर घंटों बोलने वाले गडकरी टाल गए ईआरसीपी का सवाल, क्या भाजपा के पास भी नहीं जवाब ?
राजस्थान इलेक्शन डेस्क, केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि राजस्थान में पानी की बहुत बड़ी समस्या है। इससे निजात दिलाने के लिए उनके जल संसाधन मंत्री के रहते कई काम हुए और राजस्थान को कई योजनाएं दी, लेकिन जब ईआरसीपी पर उनसे सवाल किया तो वे इसे टाल गए।
गडकरी ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि राजस्थान की सबसे बड़ी समस्या पानी की है। लंबे समय से राजस्थान में पीने के पानी की उपलब्धता काफी कम थी, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोगों ने पलायन भी किया है। जब मैं जल संसाधन मंत्री था तब करीब पांच योजनाएं ऐसी थी, जिसका बड़े पैमाने पर राजस्थान को फायदा हुआ। मेरे कार्यकाल के समय लखवाड बहु उद्देश्य परियोजना जो 5747 करोड़ की थी और 40 साल से लटकी पड़ी थी। उसको हमने शुरू किया। इसमें छह राज्यों को पानी मिलना था जिसमें राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में समझौता कराना था। कई सालों से इस तरह के 26 झगड़े चल रहे थे, जिसमें से हमने 19 झगड़ों को समाप्त करवाया। जिन राज्यों के बीच पानी को लेकर झगड़ा चल रहा था इस परियोजना को शुरू करने के बाद 79 प्रतिशत शुद्ध पानी मिलेगा और राजस्थान की 34000 हैक्टेयर जमीन इससे सिंचिंत होगी। दूसरी रेणुका बांध परियोजना यह राजस्थान सहित अन्य राज्यों से जुड़ी परियोजना है जिसमें समझौता करवाया। राजस्थान में इस योजना से करीब ढाई लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। इसके बाद किसाऊ बांध परियोजना को चालू करवाया। ताजेवाला बांध परियोजना से राजस्थान को 570 एमसीएम पानी देने की सहमति बनी। राजस्थान में साबरमती परियोजना, पार्वती चंबल संपर्क परियोजना, काली सिंध परियोजना के लिए काम किया। उम्मीद जताई कि जनता के सहयोग से राजस्थान में भाजपा की डबल इंजन की सरकार बनेगी, जिससे विकास की गति और बढ़ेगी।