हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट में नजर आएगी देश और दुनिया की झलक, यही विराजमान हैं सबसे विशाल नंदी बाबा

चंबल रिवर फ्रंट में यह खासियत
चम्बल नदी 3 राज्यों में बहती है. इसका पानी पेयजल, बिजली, सिंचाई के काम आता है. यहां चम्बल माता की 225 फीट ऊंची संगमरमर की मूर्ति की पूजा करेंगे. घड़े से पानी नदी में गिरेगा, 225 फ़ीट ऊंची संगमरमर की मूर्ति विश्व में पहली है. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने यहां कोटा बैराज डेम का लोकार्पण किया था. रिवरफ्रंट पर जवाहर घाट पर विश्व का सबसे बड़ा गन मेटल का मुखोटा नेहरू फेस मास्क बनाया गया है पर्यटन इसमें से भी रिवर फ्रंट को देख सकेंगे.
22 अलग-अलग घाट जिनकी है अपनी अलग कहानी
यहां बनाए गए 22 घाटों की अपनी अलग-अलग विशेषता है, दुनिया के सबसे बड़े नंदी भी यही विराजमान हैं. पहली बार यहां पंच तत्व के मंदिर वैदिक घाट पर बने हैं, गीता घाट जनता को गीता का उपदेश देता दिखाई देगा. शक्ति योग को मानने अद्वितीय योग करता साधक दिखाई देगा. एक बगीचे में वृंदावन में 10 अवतारों की मूर्ती लगाई गई है. बुलन्द दरवाजे से ऊंचा दरवाजा बनाई गया है जहां ईरानी पेंटिंग है. मुकट महल में 80 फ़ीट ऊंची छत है, सिलिकॉन वैली भी है. एक विश्व का सपना पंचशील की थीम पर विश्व मैत्री घाट बनाया गया है. राजपुताना घाट पर राजस्थान के 9 क्षेत्रों की वास्तुकला, संस्कृति को दर्शाया गया है. ब्रह्मा घाट पर विश्व की सबसे बड़ी घंटी बनाई गई है, 1300-1400 तापमान में ढाला गया है, 8 किमी दूर तक आवाज जाएगी. एलईडी गार्डन देश का पहला गार्डन है. साहित्यिक घाट पर पुस्तक, प्रसिद्ध लेखकों की प्रतिमाएं है, साहियिक चर्चा कर सकते है. एक घाट पर शीश महल बनाया गया है, कांच की इमारत है. मीनार भी बनाई गई है. तीन फाउंटेन कोटा, इंडिया रिवरफ्रंट फाउंटेन है.
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