Holi 2023: होली 2023 पर जानिए राजस्थान में खेली जाने वाली इस मशहूर होली के बारे में, देशभर में है प्रसिद्ध
Holi 2023: होली (Holi 2023) को पुरे देश में काफी धूमधाम से मनाया जाता है, होलिका दहन के बाद जहां लोग खुशी उत्साह और उल्लास से एक-दूसरे को रंग गुलाल लगाकर खुशियों से झूमते है। राजस्थान (Rajasthan) के विभिन्न इलाकों में होली (Holi 2023) मनाने का अलग और खास अंदाज है। होली के मौके पर जानिए राज्य की होली से जुडी अनूठी परंपराओं (Bizarre Traditions) के बारे में....
होली (Holi 2023) रंगों का खूबसूरत त्योहार है। कहा जाता है कि इस दिन लोग दुश्मनों को भी गले लगा लेते हैं। कुछ लोग तो हफ्तों पहले से ही इस फेस्टिवल की तैयारियां करनी शुरू कर देते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं, जिन्हें ये त्योहार अलग ढंग से मनाने का शौक होता है। हमारे अलग तरीके से सेलिब्रेट करने का मतलब है कि कई लोग इस दिन घूमने के लिए निकल पड़ते हैं। वैसे इस त्योहार पर अन्य शहरों की होली देखने का अपना ही अलग मजा है।

7 मार्च को देश भर में होली मनाई जाएगी। होली मनाने की खास वजह उससे जुड़ी कहानी है, जिसमें प्रचलित मान्यता के अनुसार हिरण्यकशिपु की बहन होलिका के मारे जाने की स्मृति में मनाया जाता है। होलिका को आग से न जलने का वरदान था, उसने विष्णु भक्त प्रह्लाद को अग्नि में जलाकर मारने की कोशिश की थी। होलिका जल गयी, प्रह्लाद बच गये. तभी से होली मनाने की प्रथा चल पड़ी। लेकिन इतिहास में होली से जुड़े और भी किस्से-कहानियां शामिल हैं। तो आइए हम आपकों बताते हैं राजस्थान में खेली जाने वाली कुछ ऐसी होली के बारे में जो आपने शायद ही सुनी होगी...

- रोने- बिलखने वाली होली = जोधपुर
- गोबर के कंडो की होली = गलियाकोट (डूंगरपुर)
- राड रमण की होली = भिलुड़ा ग्राम (डूंगरपुर)
- पत्थर मार होली = बाड़मेर
- लठमार होली = श्री महावीरजी चांदन गांव (करौली)
- डेगची या बाल्टी मार होली = बीकानेर
- कोडा मार होली = भिनाय(अजमेर)
- दूध व दही की होली = नाथद्वारा (राजसमंद)

- बादशाह की होली = नाथद्वारा (राजसमंद)
- अंगारों की होली = केकड़ी (अजमेर)+ लालसोट ( राजसमंद)
- देवर भाभी की होली = ब्यावर (अजमेर)
- नहान की होली = सांगोद (कोटा)
- मुर्दों की होली = मरुधनी (भीलवाड़ा)
- फूलों की होली = गोविंद देव जी मंदिर (जयपुर)
- कंकड़ मार होली = जैसलमेर
- भाटा गैर = जालौर
- कानुडा गांव का गैर नृत्य = बाड़मेर
- गोटा गैर = भीनमाल
