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गहलोत सरकार की अलवरवासियों को बड़ी सौगात, लंबे समय से की जा रही थी मांग

 
गहलोत सरकार की अलवरवासियों को बड़ी सौगात, लंबे समय से की जा रही थी मांग
राजस्थान न्यूज़ डेस्क,  प्रदेश सरकार ने सोमवार को सरिस्का टाइगर रिजर्व  स्थित ऐतिहासिक पांडुपोल हनुमान मंदिर  में जाने वाले अलवर  रजिस्टर्ड वाहनों को मंगलवार, शनिवार, पूर्णिमा एवं पाण्डुपोल एवं भर्तृहरि मेले के दिन नि:शुल्क प्रवेश देने की अधिसूचना जारी की है. यह आदेश राज्यपाल की ओएसडी मोनाली सेन द्वारा जारी किया गया है. इससे हजारों लोगों को राहत मिलेगी. क्योंकि मंगलवार व शनिवार के दिन हजारों की संख्या में वहां पांडुपोल मंदिर जाते थे. बीते दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मिनी सचिवालय का उद्घाटन करने के लिए अलवर आए थे. अलवर की सभा के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह व प्रदेश सरकार में मंत्री टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री के सामने पांडुपोल मंदिर में प्रवेश की निशुल्क व्यवस्था करने की मांग रखी थी. जिसको मानते हुए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अब अलवर रजिस्ट्रेशन नंबर गाड़ियों को सरिस्का गेट से निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा.

आगामी 15 दिसम्बर तक प्रभावी

फिलहाल यह आदेश आगामी 15 दिसम्बर तक प्रभावी रहेगा. अभी तक पांडुपोल मंदिर पर जाने वाले वाहनों को सरिस्का में प्रवेश के लिए शुल्क देना होता था. प्रत्येक कार से ढाई सौ रुपए शुल्क सरिस्का गेट पर लिया जाता था. इस प्रक्रिया में समय लगता था. तो अलवर के लोगों लंबे समय से निशुल्क प्रवेश की मांग कर रहे थे. दो दिन पहले भी सरिस्का में ग्रामीणों ने लिए जाने वाले शुल्क के विरोध में प्रदर्शन कर जमकर हंगामा किया था.

चार महीने पहले हुई हुई थी घोषणा अब अधिसूचना जारी

चार महीने पहले मुख्यमंत्री ने अलवर में जनसभा के दौरान पांडुपोल जाने वाले श्रद्धालुओं को नि:शुल्क प्रवेश दिए जाने की घोषणा की थी. इसी घोषणा के मद्देनजर सरकार की ओर से अभी मंगलवार व शनिवार, पूर्णिमा और पांडुपोल, भर्तृहरि मेले के दिन अलवर जिले के पंजीकृत वाहनों को नि:शुल्क प्रवेश देने के आदेश जारी किए हैं. पांडुपोल मंदिर में राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित देश भर से लाखों श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शन के लिए आते हैं. यह मंदिर अन्य हनुमान मंदिरों से खास अलग है. सरिस्का के घने जंगल क्षेत्र में मंदिर होने के कारण केवल लोगों को मंगलवार व शनिवार को ही प्रवेश दिया जाता है.