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Pratapgarh 4 जून से लगने वाले मेले में अभी से सीतामाता अभ्यारण्य में पहुंच रहे पर्यटक

 
Pratapgarh 4 जून से लगने वाले मेले में अभी से सीतामाता अभ्यारण्य में पहुंच रहे पर्यटक

प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ जहां एक ओर पूरा राजस्थान भीषण गर्मी से जूझ रहा है, वहीं कई इलाकों से लोग प्रतापगढ़ शहर से दूर सीतामाता अभ्यारण्य में विशाल पेड़ों और बहते पानी में गर्मी से राहत पाने के लिए पहुंच रहे हैं। अभ्यारण्य के अंदर सीता नदी का ठंडा पानी, 50 से 70 फीट ऊंचे पेड़ों की छाया लोगों को राहत दे रही है। शहर में जहां तापमान 46 डिग्री है, वहीं अभ्यारण्य में अधिकतम तापमान 40 डिग्री ही बना हुआ है। यहां चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ और उदयपुर ही नहीं, बल्कि राजस्थान के अन्य जिलों, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे दूसरे राज्यों से भी पर्यटक आ रहे हैं।

चारों ओर फैली हरियाली, ठंडे पानी के झरने और कुंड, शहर की भीड़-भाड़ से दूर, बिना नेटवर्क के सुकून के पल और खूबसूरत पहाड़। जो गर्मी के मौसम में राहत दे रहे हैं। पर्यटक यहां पिकनिक मनाने जा रहे हैं। अंदर सीता नदी के ठंडे पानी में नहाने का मजा वाटर पार्क जितना ही है। अभयारण्य में मोबाइल नेटवर्क नहीं है और न ही कोई वाहन अंदर जा सकता है। ऐसे में सोशल मीडिया से दूर इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कुछ सुकून भरे पल बिताने के लिए लोग यहां उमड़ रहे हैं। ज्येष्ठ माह की अमावस्या से एक दिन पहले 4 जून से सीतामाता अभयारण्य में मेले का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। जिसमें मेले की रूपरेखा तैयार की जा रही है। भीषण गर्मी में भी मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। सीता माता वन्यजीव अभयारण्य दुनियाभर में उड़न गिलहरी के साथ-साथ इस क्षेत्र का रामायण काल ​​से जुड़ा होने के कारण जाना जाता है।

जिला कलेक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत पाल में सीतामाता मेले के आयोजन को लेकर मिनी सचिवालय परिसर में बैठक आयोजित की गई। सीतामाता मेला 4 से 7 जून तक प्रस्तावित है। बैठक में कानून व्यवस्था, पुलिस बल, वन विभाग द्वारा वाहनों की आवाजाही, पार्किंग व्यवस्था, एम्बुलेंस व्यवस्था, प्लास्टिक के उपयोग पर नियंत्रण, चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था, सफाई व्यवस्था, कचरा निस्तारण, फायर ब्रिगेड, शौचालय आदि पर चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने कहा कि मेले में साफ-सफाई रखी जाए तथा कचरे का उचित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। जिला कलक्टर ने गर्मी को देखते हुए पानी एवं बैठने सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।