Pratapgarh के इस मंदिर को "भंवर माता शक्ति पीठ" के नाम से भी जाना जाता है
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, भंवर माता मंदिर प्रतापगढ़ जिले की छोटी सदरी तहसील से 3 KM दूर स्थित है। भंवर माता मंदिर का निर्माण “मनवैयानी जीनस” के राजा गोरी ने वर्ष 491 ई। में करवाया था। मंदिर को "भंवर माता शक्ति पीठ" के रूप में भी जाना जाता है। भंवर माता का यह प्राचीन मंदिर पाँचवीं शताब्दी में भी लोकप्रिय था। मंदिर के पास झरने की मौजूदगी इस जगह को ओर भी खूबसूरत बनाती है।
नवरात्रि के दिनों में यहां माता के दरबार में भक्तों की कतार लगी रहती है। यहां पर जो भी भक्त अपनी मनोकामना माता के सामने करता है उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है यही है यहां के माता का चमत्कार।
भंवर माता का यह प्राचीन अभयारण्य पांचवीं शताब्दी में भी प्रमुख था। भंवर माता अभयारण्य का निर्माण "मनवैयानी परिवार" के राजा गोरी ने वर्ष 491 ईस्वी में किया था। अभयारण्य को अन्यथा "भंवर माता शक्ति पीठ" कहा जाता है। अभयारण्य के करीब झरने की निकटता इस स्थान को जीवंत और देखने लायक बनाती है।
