Pratapgarh की दाल देश में मशहूर, अच्छी गुणवत्ता के कारण यह खास
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ जिले की मसूर गुणवत्ता की दृष्टि से काफी अच्छी मानी जाती है। ऐेसे में यहां की मसूर की मांग कई इलाकों में होती है। इसी कारण यहां से मसूर की गाडिय़ां देश के कई इलाकों में पहुंचाई जा रही है। कांठल की जलवायु वैसे तो कई फसलों के उत्पादन के लिहाज से उपयुक्त हैं। लेकिन यहां की रबी सीजन में बोई जाने वाली मसूर गुणवत्ता की दृष्टि से अन्य स्थानों की अपेक्षाकृत श्रेष्ठ है। यही कारण है कि यहां की मसूर की मांग प्रदेश के विभिन्न इलाकों के साथ ही नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश और यहां से दक्षिणी भारत और पश्चिम बंगाल तक भी होती है। पिछले वर्षों से यहां से बाहर जाने वाली मसूर की मात्रा भी लगातार बढ़ती जा रही है। गत आठ वर्ष के आंकड़ों के अनुसार भी इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इन दिनों प्रतापगढ़ मंडी से प्रतिदिन मसूर से लदे ट्रक आदि वाहन पहुंचाए जा रहे हैं।
इन स्थानों पर मांग
कांठल की मसूर की मांग राजस्थान प्रदेश के अलावा नई दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश तक भेजी जाती है। नई दिल्ली से दक्षिणी भारत के इलाकों में इसकी मांग रहती है। इसमें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, कलकत्ता आदि स्थानों पर मसूर से पहुंचाई जाती है।
पिछले आठ वर्षों का आंकड़ा
वर्ष बाहर भेजी गई मात्रा
2015 77552
2016 85842
2017 74258
2018 75284
2019 65874
2020 68425
2021 58745
2022 64258
2023 68742