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Pratapgarh कलेक्टर ने शुरू किया 'बाबुल की बिटिया अभियान', बनेंगी एकल महिलाओं की सारथी

 
Pratapgarh कलेक्टर ने शुरू किया 'बाबुल की बिटिया अभियान', बनेंगी एकल महिलाओं की सारथी
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया ने बाबुल की बिटिया अभियान की शुरुआत की है। जो मुख्य रूप से एकल महिलाओं के सशक्तिकरण पर केंद्रित है। जिला कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया ने बताया कि अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष सर्वे टीमों का गठन किया जाएगा। जो पेंशन प्राप्त करने वाली और पात्र लेकिन वंचित एकल महिलाओं की पहचान करेंगी। इसके अलावा टीमों की ओर से अन्य जानकारी भी एकल महिलाओं से ली जाएंगी। सर्वे के पश्चात उन्हें पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष से जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों, साथिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा सहयोगिनियों की बैठक लेकर अभियान को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. टी. आर आमेटा, राजीविका से भेरूलाल मीणा और अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी, आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जिला कलक्टर ने बताया कि अभियान के माध्यम से प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी पात्र एकल महिला सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे और खुद को अकेला न समझे। इस अभियान के तहत प्रशासन महिलाओं की समस्याओं को सुनने, समझने और उन्हें हल करने के लिए पूरी तरह समर्पित है। कहा कि प्रशासन न केवल योजनाओं का लाभ उपलब्ध करवाएगा, बल्कि महिलाओं के आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने के लिए भी प्रयास करेगा। जिला कलक्टर ने बैठक में सभी सम्बंधित अधिकारियो और कर्मचारियों को पूर्ण जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए निर्देशित किया है।

योजनाओं के लाभ के बारे में लेंगे जानकारी

सर्वे के दौरान एकल महिलाओं से विभिन्न जानकारियां जुटाई जाएंगी। पात्रतानुसार सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन मिला है या नहीं। प्रधानमंत्री आवास योजना में घर मिला है या नहीं। मनरेगा जॉब कार्ड और श्रमिक कार्ड बने हैं या नहीं। एनएफएसए में शामिल है या नहीं। विद्युत कनेक्शन उपलब्ध है या नहीं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से सहायता मिल रही है या नहीं। आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में बच्चे पंजीकृत है या नहीं। स्वयं सहायता समूह में सदस्य है या नहीं। यह भी देखा जाएगा कि एकल महिला यूपीआई उपयोग लेती है या नहीं। अन्य जानकारी भी ली जाकर पात्रतानुसार योजनाओं का लाभ दिया जाना सुनिश्चित किया जाएगा।

ऐसे बनेंगी सशक्त

बाबुल की बिटिया अभियान के तहत एकल महिलाओं को हरसंभव सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जीने में सहयोग करेगा। आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए हरसंभव सहायता दी जाएंगी। हम विश्वास दिलाना चाहते है कि प्रशासन हर एकल महिला के साथ हर कदम पर खड़ा है।