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Pratapgarh कांठल में औषधीय एवं व्यापारिक फसलों पर जोर, बढ़ रहा है रुझान

 
Pratapgarh कांठल में औषधीय एवं व्यापारिक फसलों पर जोर, बढ़ रहा है रुझान
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़   कांठल में गत कुछ वर्षों से परम्परागत फसलों के साथ औषधीय और व्यवसायिक फसलों के प्रति रुझान लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके तहत किसान अपने खेतों में अजवाइन के साथ लहसुन, मैथी आदि फसलों के साथ कलाैंजी, इसबगोल, असालिया, अलसी, तुलसी आदि फसलों की खेती करना शुरू कर दिया है। ऐसे में इन फसलों का रकबा भी बढ़ रहा है। कांठल में वैसे तो परम्परागत फसलों की बुवाई पर किसान अधिक ध्यान देते है। लेकिन कई किसान परम्परागत फसलों के साथ व्यवसायिक फसलों और औषधीय फसलों की भी बुवाई करने लगे है। जिससे हर वर्ष के लिए फसल चक्र भी हो जाता है। इसके साथ ही आमदनी में भी इजाफा हो रहा है। इसे देखते हुए अब कई किसानों ने भी औषधीय और व्यवसायिक फसलों की बुवाई पर ध्यान दे रहे हैं।

बढ़ रहा लहसुन का रकबा

अरनोद. क्षेत्र में इन दिनों लहसुन की बुवाई की जा रही है। इस वर्ष क्षेत्र में लहसुन की बुवाई अधिक हो रही है। इसके साथ ही मैथी की भी बुवाई की गई है। क्षेत्र में इन दिनों किसान लहसुन और गेहूं की बुवाई में लगे हुए हैं। इस क्षेत्र में इस बार किसानों के द्वारा लहसुन की खेती अधिक मात्रा में की गई है।

लहसुन की बुवाई पर जोर

इस वर्ष लहसुन के भाव अच्छे रहे। ऐसे में किसानों ने भी लहसुन की बुवाई को प्राथमिकता दी है। जिले में जिन इलाकों में पानी की उपलब्धता है। वहां पर लहसुन की बुवाई की है। अभी फसलें अंकुरित हो गई है। कई खेतों में फसलों में निराई-गुड़ाई का कार्य किया जा रहा है।

जिले में औषधीय और मसाला फसलों बुवाई की स्थिति

फसल रकबा

मैथी 6317

धनिया 1289

इसबगोल 1200

लहसुन 12050

अजवाइन 5600

अलसी 8100