Pratapgarh अब ट्रांसफार्मर जलने व तार टूटने की समस्या से मिलेगी निजात, लोड कंट्रोलर लगेगा
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ अजमेर विद्युत निगम अपनी नई पहल से लाखों रुपए की बिजली की बचत करेगा। इससे रोजाना 100 मेगावाट लोड नियंत्रित हो रहा है। अजमेर डिस्कॉम प्रबंधन ने बिजली व्यवस्था में मांग के दबाव को कम करने के लिए 85 ओवरलोडेड फीडरों पर लोड कंट्रोलर लगाए। लोड कंट्रोलर अपने कामकाज के हिस्से के रूप में सिस्टम पर अवांछित मोटर लोड को रोकता है। उच्च मांग के कारणों को मुख्य रूप से सुबह और शाम के घंटों में सिंगल फेज घरेलू बिजली आपूर्ति के दौरान मोटर लोड का उपयोग करना पाया गया।
प्रतापगढ़ डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता आरके गुप्ता ने बताया कि अधिक मांग के अनुसार लोड कंट्रोलर लगाने का कार्य प्राथमिकता से शुरू किया गया है. अभी तक पूरे डिस्कॉम क्षेत्र में 85 नोट कंट्रोलर स्थापित किए जा चुके हैं और 22 पर काम चल रहा है। 85 लोड कंट्रोलर लगाकर 100 मेगावाट लोड कम किया गया है। प्रतापगढ़ जैसे जिले में डिस्कॉम द्वारा हर महीने दो से तीन ट्रांसफार्मर जल जाते हैं या खराब हो जाते हैं। कई बार यह संख्या बढ़ भी जाती है। तार टूटने और अघोषित बिजली कटौती भी आए दिन हो रही है। इस नई व्यवस्था के लागू होने के बाद इन मामलों में कमी आएगी। बिजली कटौती जैसी घटनाओं का उपभोक्ताओं को कम सामना करना पड़ेगा।
लोड नियंत्रक के लाभ आम उपभोक्ताओं को भी कोई परेशानी नहीं होगी और निगम की बचत भी होगी।
बिजली आपूर्ति के दौरान सिस्टम पर अवांछित भार को रोकता है।
इससे डिस्ट्रीब्यूशन और पावर ट्रांसफार्मरों का जलना कम हुआ है।
विद्युत व्यवस्था पर करंट अधिक लगने से तार टूटने की समस्या थी। रिटर्न कंट्रोलर की स्थापना से यह बहुत कम हो गया है।
लोड कंट्रोलर अर्थिंग में करंट के असंतुलन को रोकता है, जिसके कारण इनरश करंट कम हो गया है।
लोड कंट्रोलर ने सबसे बड़ी लाइन को काफी कम कर दिया है।