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तीन साल से स्टोर में बंद पड़ीं स्कूटियां अब बनीं बेटियों की राइड, स्कूटी मिलते ही खिल उठे छात्राओं के चेहरे

 
तीन साल से स्टोर में बंद पड़ीं स्कूटियां अब बनीं बेटियों की राइड, स्कूटी मिलते ही खिल उठे छात्राओं के चेहरे 

राजस्थान के कई जिलों में कॉलेज छात्राओं को दी गई स्कूटी धूल फांक रही हैं। सिस्टम इतना लापरवाह है कि छात्राओं को दी गई स्कूटी कई जगह बेकार हो रही हैं। पाली में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। खबर सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया और अब 3 साल से धूल फांक रही स्कूटियों को छात्राओं में बांट दिया गया है। यहां 113 स्कूटियां बंद कमरे में धूल फांक रही थीं। स्कूटियों की चाबी मिलते ही छात्राओं के चेहरों पर मुस्कान आ गई। स्कूटियों के धूल फांकने की खबर फैलने के बाद न सिर्फ डीलर को पूरी सर्विस करने को कहा गया और कलेक्टर के जरिए मैकेनिकल इंजीनियर से कमियों को दूर करवाया गया, बल्कि आखिरकार आज दीनदयाल उपाध्याय पखवाड़े के तहत पाली विधायक भीमराज भाटी द्वारा छात्राओं को गति, इंश्योरेंस और हेलमेट के बिलों के साथ 46 स्कूटियां सौंपी गईं।

छात्रों ने कहा कि आखिरकार जूनियर्स को स्कूटी मिलने के बाद हमें भी स्कूटी मिल गई
स्कूटी की चाबी पाकर छात्र बहुत खुश हुए, कुछ तो इतने खुश दिखे कि उनके मुंह से शब्द ही नहीं निकल रहे थे। कई छात्र खुश तो थे लेकिन इस बात से दुखी भी थे कि उनके जूनियर्स को पहले स्कूटी मिल गई। लेकिन उन्हें स्कूटी के लिए इंतजार करना पड़ा, लेकिन देर आए दुरुस्त आए, आखिरकार आज उन्हें स्कूटी मिल ही गई।

विधायक ने अब कार देने की बात कही

सादे समारोह में विधायक भीमराज भाटी बांगड़ कॉलेज पहुंचे और संविधान में हुई देरी के लिए छात्रों और कॉलेज प्रशासन से माफी मांगी और बिना किसी औपचारिकता के कॉलेज के छात्रों को वाहन के कागजात सौंपे। भाटी ने कहा कि चाहे कोई भी सरकार आए, उन्होंने कहा कि इस बार छात्रों को स्कूटी देने की बजाय कार देंगे। जब छात्र अपने परिजनों के साथ स्कूटी पर घर के लिए रवाना हुए तो न केवल उनके परिजन बल्कि वे खुद भी बहुत खुश हुए।