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Pali दर्शन के नाम पर ‘लपके’ काट रहे जेब, 500 रुपए तक वसूली

 
Pali दर्शन के नाम पर ‘लपके’ काट रहे जेब, 500 रुपए तक वसूली

राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद श्रीनाथजी की नगरी में लबे समय से लपका गिरोह सक्रिय है। श्रद्धालुुओं के मंदिर के बाहर चौक में पहुंचते ही लपके उनके पास पहुंच जाते हैं और फिर होता है दर्शन कराने के नाम मोल-भाव खेल, जबकि मंदिर मंडल की ओर से वीआईपी दर्शन के लिए 350 रुपए की रसीद काटने की व्यवस्था कर रखी है। श्रीनाथजी के दर्शन के लिए प्रतिदिन 8 से 10 हजार वैष्णवजन नाथद्वारा आते हैं। अवकाश के दिनों में इनकी संया और बढ़ जाती है। श्रद्धालु जैसे ही मोती महल के बाहर पहुंचता है, वहां पर पहले से मौजूद लपके उनके पास पहुंच जाते हैं। लपके श्रद्धालु को बताते हैं कि दर्शन के लिए लबी-लबी लाइनें लगी हुई है। काफी समय भी लगेगा। इससे पहले जो दर्शन हुए उसमें सैकडों लोग दर्शन से वंचित रह गए। ऐसे में श्रद्धालु लपकों की बातों में आ जाते हैं। इसके बाद लपका मोल-भाव करता है। लपकों के हौंसले इतने बुलंद है कि वह श्रद्धालुओं को सीधे ठाकुरजी के समुख ले जाकर खड़ा करने की बात कहते हैं। इसके बदले में 350 से 500 रुपए प्रति व्यक्ति के वसूलते हैं। बातचीत होने लपका किसी अन्य साथी के साथ वैष्णवजन को दर्शन के लिए रवाना कर देता है।

वैष्णवजनों को दर्शन कराने के नाम पर लूटने वाले लपके पहनावे, बोल-चाल और व्यवहार से मंदिर मंडल के कर्मचारी लगते हैं, जबकि ऐसा होता नहीं है। लपके बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भांप लेते हैं और उनके पास पहुंच जाते हैं। इसमें कई बुजुर्ग श्रद्धालु इनके झांसे में आ जाते हैं। कई बार यह वैष्णवजन को भ्रमित भी करते हैं।

पिछले साल अगस्त माह में तत्कालीन जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना श्रीनाथजी की राजभोग झांकी के दर्शन करने नाथद्वारा पहुंचे। इस दौरान उनकी गाड़ी न्यू कॉटेज परिसर में खड़ी हुई और वह पैदल ही चौपाटी क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे कि वहां एक लपके ने उनसे ही पूछ लिया कि वीआईपी दर्शन करवा दूं क्या? 50 रुपए लगेंगे, जिला कलक्टर ने कुछ पल के लिए लपके की ओर देखा ही था कि पीछे से आ रहे उनके गार्ड ने युवक को टोक दिया। चौपाटी पर मौजूद पुलिसकर्मी ने युवक को पकड़ लिया और थाने ले गए।