Pali में अब तक 18 शव दान, नए मेडिकल कॉलेज में जिला टॉप पर
पाली न्यूज़ डेस्क, पाली के निकट खौद गांव निवासी तेजाराम का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया। परिवार ने उनका शरीर मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया। ताकि मेडिकल छात्र संगठन के साथ प्रैक्टिस कर भविष्य के बेहतर डॉक्टर तैयार किए जा सकें। आपको बता दें कि पाली मेडिकल कॉलेज देहदान के मामले में सभी नवनिर्मित मेडिकल कॉलेजों में नंबर एक पर है. कॉलेज में अब तक 18 देहदान हो चुके हैं। खौद निवासी तेजाराम की मंगलवार को मौत हो गई। उनके पुत्र रूपाराम ने एनाटॉमी विभागाध्यक्ष डॉ.अनूप सिंह गुर्जर से संपर्क किया और देहदान के लिए पूर्व में लिए गए शपथ पत्र के आधार पर शव को विभाग में ले जाने की सहमति दी।
देहदान के बाद विभागाध्यक्ष ने परिजनों व रेजिडेंट डॉक्टरों को विभाग में इस वर्ष से शुरू हुए पीजी कोर्स के डॉ. सुरेश चौधरी, डॉ. अमित जोशी, डॉ. अदिति सोलंकी, डॉ. किरण कंवर व प्रमाण पत्र दिया। विभाग के तकनीशियन अरुण कुमार, विजय लक्ष्मी। ,अर्जुन परिहार और मोहन परमार ने शोध के लिए शव को शरीर पर रसायन लगाकर (एम्बैल्मिंग) लंबे समय तक संरक्षित रखा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. दीपक वर्मा को मेडिकल कॉलेज को ऐसा शरीर दान करने के लिए धन्यवाद, जो भविष्य में पीजी एवं यूजी की पढ़ाई एवं शोध में काम आएगा।
बालाघाट में हुआ विराग मुनि का 65 उपवास का पारणा
पाली सेवा मंडल व जिला अंधता निवारण समिति के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को पानी दरवाजा स्थित नेत्र चिकित्सालय में निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा। राधेश्याम, बालकिशन, बुद्धिप्रकाश, शिवप्रकाश झंवर, कमलकिशोर, मधुलेश कुमार के सौजन्य से आयोजित शिविर में मोतियाबिंद के मरीजों का चयन कर ऑपरेशन के लिए भर्ती किया जाएगा। साथ ही निशुल्क लैंस प्रत्यारोपित किए जाएंगे। पाली| गणाधीश पन्यास प्रवर विनयकुशल मुनि महाराज के शिष्य रत्न पराक्रमी तपस्वी रत्न विराग मुनि महाराज का 65 उपवास का पारणा शातापूर्वक बालाघाट में हुआ। विराग मुनि पाली के ही रहने वाले हैं। इस मौके पर पाली से भी कई समाजबंधु मौजूद रहे। ये जानकारी समाज के सुनील कटारिया ने दी।