Pali यूरोप से विमान से आई स्वामी माधवानंदपुरी की प्रतिमा, प्राण प्रतिष्ठा उत्सव शुरू
पाली न्यूज़ डेस्क, पाली के जाडन में 28 साल में बनकर तैयार हुए भव्य ओम् आकार के शिव मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आज से शुरू हो गया है। मंदिर में आज से शिव महापुराण की कथा आरंभ हुई। व्यास पीठ से महामंडलेश्वर चिदंबरानंद सरस्वती महाराज कथा वाचन करेंगे। ओम् श्रीअलखपुरी सिद्धपीठ परम्परा के पीठाधीश्वर स्वामी महेश्वरानंदपुरी ने बताया- कथा आरंभ होने से पहले यहां हेमाद्री श्रवण प्रायश्चित अवन, दशविध स्नान और मंडप रचना शुद्धिकरण के कार्य हुए। धार्मिक अनुष्ठान के कार्यक्रम 19 फरवरी तक चलेंगे।
यूरोप, चेन्नई से बनकर आईं प्रतिमाएं
मंदिर में स्थापित महामंडलेश्वर स्वामी महेश्वरानंदपुरी के गुरु स्वामी माधवानंदपुरी की प्रतिमा यूरोपीय देश चेक रिपब्लिक से बनकर आई है। प्रतिमा बेहद सुंदर और आकर्षक है। प्रतिमा की ऊंचाई 5 फीट, चौड़ाई 4 फीट और वजन करीब सवा टन है। इसे चेक रिपब्लिक से प्लेन के जरिए भारत लाया गया। प्रतिमा के आस-पास दीवार पर सात ऋर्षियों की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं। विश्व के एकमात्र ओम् के आकार में बने इस मंदिर में विराजित द्वादश ज्योतिर्लिंग और नंदी प्रतिमा भी बेहद आकर्षक हैं। इन प्रतिमाओं को एक्सपर्ट शिल्पकारों को डेढ़ से दो साल में तैयार किया है।
तीन टन वजनी है द्वादश ज्योतिर्लिंग
मंदिर के बीच में द्वादश ज्योतिर्लिंग स्थापित किया गया है। इसके आस-पास दीवारों पर 1008 शिव प्रतिमाएं हैं। केदारनाथ, महाकालेश्वर की तर्ज पर इसे बनाया गया है। इसको बनाने में कनार्टक के ब्लैक ग्रेनाइट का उपयोग किया गया है। ब्लैक ग्रेनाइट पर द्वादश ज्योतिर्लिंग को उड़ीसा के शिल्पकार सुभ्रात, धनुष महाराणा और उनकी टीम ने आकार दिया। इस शिवलिंग को बनाने में 15 महीने लगे। इसे यहीं मंदिर परिसर में तराशा गया।ज्योतिर्लिंग की लंबाई 7.9 फीट, चौड़ाई 6.3 फीट और ऊंचाई 5.6 फीट है। इसका वजन 3 टन है। ज्योतिर्लिंग का डिजाइन बेंगलुरु के चेतनराज सोमपुरा ने बनाया है।
11-11 इंच की हैं भगवान शिव की 1008 प्रतिमाएं
द्वादश ज्योतिर्लिंग के तीन तरफ दीवार पर 11-11 इंच की भगवान शिव की 1008 प्रतिमाएं हैं। सफेद मार्बल से बनी इन प्रतिमाओं को शिल्पकार रमांकात, धनुष महाराज और उनकी टीम ने बनाया है। ये प्रतिमाएं उकेरने में उन्हें 2 साल का समय लगा। स्वामी महेश्वरानंदपुरी ने बताया कि केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर ओम् आश्रम के शिव मंदिर में नंदी की प्रतिमा स्थापित की गई है। दक्षिणी भारतीय शैली में प्रतिमा बनवाई गई है। 450 KG की यह नंदी की प्रतिमा ब्लैक ग्रेनाइट से बनी है। इसके गले में ग्रे ग्रेनाइट से डिजाइन बनाया गया है। केदारनाथ मंदिर में भी इसी तरह की नंदी की प्रतिमा स्थापित है। उन्होंने दावा किया कि यह प्रतिमा देश की चुनिंदा विशाल नंदी प्रतिमाओं में से एक है।