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Pali बेटे की मौत के सदमे से मां भी चल बसी, एक साथ उठीं अर्थियां

 
Pali बेटे की मौत के सदमे से मां भी चल बसी, एक साथ उठीं अर्थियां

पाली न्यूज़ डेस्क, पाली मां व उसकी संतान के बीच रिश्ता अटूट होता है, यह अक्सर कहावतों में सुना जाता रहा है, लेकिन जिले के धनला गांव मंे यह हकीकत बन गया। यहां बेटे की मौत की खबर सुनकर सदमे से मां की भी मौत हो गई। एक साथ मां और 17 वर्षीय बेटे की अर्थी निकली तो हर किसी की आंखें नम हो गई।

पेशे से फोटोग्राफर मनोहर 17 साल पुत्र भंवरलाल साटिया लंबे समय से अपने मां-बाप चार भाइयों और एक बहन के साथ ननिहाल धनला में ही निवास कर रहा था। मनोहर के पेट में पथरी की शिकायत होने पर उसको पाली के सरकारी अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया था। यहां पर इलाज के दौरान उसकी 12 से 1 बजे के बीच मौत हो गई। बेटे की मौत की खबर सुनकर मां गाजिया 52 साल पत्नी भंवरलाल की सदमे से मौत हो गई। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो काफी संख्या में लोग उनके घर पर एकत्रित हो गए। एक साथ बेटे व मां की अर्थी को देखकर हर एक की आंखें नम हो गई। देर शाम को धनला श्मशान घाट में मां और बेटे का एक साथ दाह संस्कार किया गया। परिजन का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। पिता गांव में मजदूरी कर पालते हैं परिवार को पिता भंवरलाल गांव में मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। धनला सरपंच प्रतिनिधि व पंचायत समिति सदस्य कुशालसिंह कुंपावत उनके घर पर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया।