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Pali चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण में जिला रहा आगे, बीकानेर और उदयपुर रहे फिसड्डी

 
Pali चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण में जिला रहा आगे, बीकानेर और उदयपुर रहे फिसड्डी
पाली न्यूज़ डेस्क, पाली प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए संभागीय आयुक्त से लेकर बीडीओ को हर माह चिकित्सा संस्थानों की जांच करनी है। उनको हर माह कम से कम दो-दो चिकित्सा संस्थानों में अलग-अलग व्यवस्थाओं का जायजा लेकर उनको ठीक करवाना है। इस मामले में जनवरी में पाली संभागीय आयुक्त प्रदेश में सबसे आगे रहीं। उन्होंने माह में पांच चिकित्सा संस्थानों का जायजा लिया। वहीं बीकानेर व उदयपुर संभागीय आयुक्त ने एक भी चिकित्सा संस्थान का रुख नहीं किया। भरतपुर संभाग में संभागीय आयुक्त ने 3, जोधपुर, बांसवाड़ा व सीकर संभागीय आयुक्त ने 2-2 तथा अजमेर, जयपुर व कोटा संभागीय आयुक्त ने 1-1 संस्थान का अवलोकन किया।

इतने संस्थान जांचे जिला कलक्टर ने

अलवर 4 जिला कलक्टर से सबसे अधिक चार संस्थान जांचे। वहीं अजमेर, बारां, चूरू, प्रतापगढ़, शाहपुरा व सीकर जिला कलक्टर ने 3-3, अनूपगढ़, बालोतरा, बांसवाड़ा, बाड़मेर, ब्यावर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, दौसा, डूंगरपुर, गंगापुर सिटी, हनुमानगढ़, जयपुर द्वितीय, जैसलमेर, जालोर, करौली, केकड़ी, खेरथल तिजारा, कोटा, नागौर, नीमकाथाना, पाली, फलोदी, राजसमंद, सलूम्बर, सिरोही व टोंक 2-2, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डीडवाना कुचामन, डीग, धौलपुर, दूदू, गंगानगर, झालावाड़, झुंझुनूं, कोटपुतली बहरोड़, सवाई माधोपुर व उदयपुर 1-1, जयपुर प्रथम, जोधपुर, जोधपुर ग्रामीण व सांचोर जिला कलक्टर ने एक भी संस्थान की जांच नहीं की।

प्रदेश में अधिकारियों की ओर से की गई जांच

अधिकारी-चिकित्सा संस्थान संख्या

संभागीय आयुक्त-17

जिला कलक्टर-88

अतिरिक्त जिला कलक्टर-76

उपखण्ड अधिकारी-721

असिस्टेंट कलक्टर-2

तहसीलदार-396

बीडीओ-2

मुख्य रूप से इन बातों की करवाई गई जांच

-मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना

-मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना

-बायो मैट्रिक मशीन से उपिस्थति

-चिकित्सा संस्थान के भवन की सुरक्षा व स्थिति, इसमें साफ-सफाई, बगीचा, रैंप आदि शामिल है।

-लेबर कक्ष की स्थिति

-चिकित्सालय में वार्ड के स्थिति

-कॉक्ट्रेक्ट पर लगे कार्मिकों को समय पर मानदेय मिल रहा है या नहीं

-चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी व अन्य कार्मिकों के क्वार्टर की स्थिति क्या है