पाली में प्रदेश सरकार के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, वीडियो में देखे सरकार पर लगाया मनमानी का आरोप
पाली में कांग्रेस की ओर से शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गय। उसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसमें आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार नगर निकायों की सीमावृद्धि, वार्डों का परिसीमन, पुनर्गठन तथा पंचायत राज संस्थाओं में पुनर्सीमांकन जनभावना के विपरीत कार्य कर रही है।

पाली में शुक्रवार को कांग्रेस की ओर से कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया। इसके बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें आरोप लगाया गया कि प्रदेश की भाजपा सरकार जनभावना के विरुद्ध नगरीय निकायों की सीमा वृद्धि/परिसीमन/वार्डों का पुनर्गठन एवं पंचायती राज संस्थाओं में पुनः परिसीमन कर रही है। साथ ही आरोप लगाया कि परिसीमन नियम विरुद्ध एवं राजनीतिक द्वेष से प्रेरित होकर किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा- राजस्थान सरकार एक राज्य-एक चुनाव के नाम पर पंचायती राज संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के चुनाव स्थगित कर प्रशासक के माध्यम से जनप्रतिनिधियों के अधिकारों को छीनकर प्रदेश के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों के विकास को अवरुद्ध कर रही है।
जिला अध्यक्ष अजीज दर्द ने कहा- राजस्थान की भाजपा सरकार एक राज्य-एक चुनाव के नाम पर नगरीय निकायों एवं पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव नहीं कराकर संविधान एवं कानून का उल्लंघन कर रही है। जिला महासचिव रफीक चौहान ने बताया- इस मौके पर पाली विधायक भीमराज भाटी, प्रदेश महासचिव शिशुपाल सिंह राजपुरोहित, पीसीसी सदस्य महावीर सिंह सुकरलाई, सुमेरपुर विधानसभा प्रत्याशी हरिशंकर मेवाड़ा, निंबाराम गरासिया, कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण कोठारी, सेवादल प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन हटेला, पाली शहर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जीवराज बोराणा, जब्बर सिंह राजपुरोहित, बाली ब्लॉक अध्यक्ष यशपाल सिंह राजपुरोहित, करण सिंह मेड़तिया, महिला जिला अध्यक्ष ऐश्वर्या सांखला मौजूद थे।
ये भी थे मौजूद पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष मेहबूब टी, अरुण जोशी, जोगाराम सोलंकी, मंडल अध्यक्ष चेलाराम रारबड़ा, अशोक गौड़, बाबू भाई गौरी, मीठालाल जैन, एमएम बोरा, प्रकाश सांखला, मोहनसिंह राजपुरोहित, सज्जन बी राज, जिला महासचिव रफीक चौहान, ताराचंद टांक, पूर्व पार्षद अमीन अली रंगरेज, प्रकाश चौहान, दिनेश दवे, जीवराज चौहान, सुनील रामावत, भेरा राम गुर्जर, लक्ष्मण कछवाहा, साबिर अशरफी, असगर कुरेशी, शहजाद शेख, ताराचंद चंदनानी, वकील विक्रम चंदानी और कई अन्य कांग्रेसी शामिल थे।