भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली की सीएम आतिशी को लिखा पत्र, आयुष्मान योजना लागू करने की मांग की
नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन’ को राज्य में लागू नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली देश का एक मात्र ऐसा राज्य है, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली के लिए आवंटित 2,406 करोड़ रुपये की इस योजना का लाभ नहीं उठाया गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर इस योजना को दिल्ली की जनता के लाभ के लिए जल्द से जल्द लागू करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए 'प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन' लॉन्च किया था। सभी राज्यों के ग्रामीण और शहरी इलाकों में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती प्रदान करने और जनता को इसका अधिकाधिक लाभ देने के 64,180 करोड़ रुपये की इस योजना का मकसद देश के स्वास्थ्य सेवा तंत्र को ताकत देना और भविष्य में महामारियों से बचाव के लिए हेल्थ सिस्टम को मजबूत करना था। इसके अंतर्गत साल 2021 से 2026 तक सभी राज्यों में अर्बन हेल्थ सेंटर, डिस्ट्रिक्ट इंटीग्रेटेड हेल्थ लैब और क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स बनाए जाने थे।
उन्होंने आगे कहा, "देश के सभी राज्यों ने केंद्र सरकार की योजना का पूरा लाभ उठाया। इस 64,180 करोड़ रुपये में से 2,406 करोड़ रुपये दिल्ली के लिए आवंटित किए गए थे। इस राशि से दिल्ली के 11 जिलों में 1,139 जन स्वास्थ्य कल्याण केंद्र, 11 पब्लिक हेल्थ लैब्स, 10 क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स, चार सरकारी अस्पतालों में 100 बिस्तर वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 50 बिस्तर वाले पांच आईसीयू ब्लॉक्स बनाए जाने थे, लेकिन सरकार की लेटलतीफी के कारण यह योजना 2021 से लंबित पड़ी हुई है।"
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा, "यह बड़े ही दु:ख का विषय है कि दिल्ली सरकार ने जानबूझकर केंद्रीय योजना का लाभ नहीं उठाया और चार साल बेकार कर दिए। आम आदमी पार्टी की सरकार का चरित्र है कि केंद्र सरकार की योजनाओं को दिल्ली में लागू होने से रोकना और जनता को उन योजनाओं से वंचित रखना। आम आदमी पार्टी की सरकार ने भ्रष्टाचार कर करोड़ों रुपये अपनी जेब में डालने के लिए दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में लैब्स की सेवाओं को आउटसोर्स करके अपनी पसंदीदा निजी कंपनी को इसका ठेका दे दिया। इस कंपनी ने मोहल्ला क्लीनिकों और सरकारी अस्पतालों में फर्जी मरीजों के नाम से टेस्ट करके आप पार्टी के नेताओं को करोड़ों रुपये का फायदा पहुंचाया।"
गुप्ता ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार इस योजना की फाइल को इधर से उधर घुमाती रही, ताकि दिल्ली की दो करोड़ जनता को इसका फायदा न मिल सके, क्योंकि आम आदमी पार्टी की सरकार का एकमात्र उद्देश्य भ्रष्टाचार करना है और इसके चलते ही यह किसी भी केंद्रीय योजना को दिल्ली में लागू नहीं करती है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से इस योजना को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं किया गया और इसका लाभ नहीं दिया गया तो भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करेगी।
--आईएएनएस
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