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नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश, कई गिरफ्तार

नोएडा, 21 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 117 में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोप है कि यहां से विदेशी नागरिकों से ठगी की जाती थी। कॉल सेंटर की आड़ में ये लोग विदेशी नागरिकों से फोन पर संपर्क साधकर उनसे पैसे और क्रिप्टोकरेंसी ठगते थे।
 
नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश, कई गिरफ्तार

नोएडा, 21 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 117 में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोप है कि यहां से विदेशी नागरिकों से ठगी की जाती थी। कॉल सेंटर की आड़ में ये लोग विदेशी नागरिकों से फोन पर संपर्क साधकर उनसे पैसे और क्रिप्टोकरेंसी ठगते थे।

पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें चार महिलाएं और सात पुरुष शामिल हैं। जिस फ्लैट में इस फर्जी कॉल संचालन हो रहा था उसका किराया 75,000 रुपये था। यह कॉल सेंटर इतने गुपचुप तरीके से संचालित किया जा रहा था कि मकान मालिक को भी इसकी भनक नहीं थी।

नोएडा के डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि हाल ही में एक कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ है, जो सेक्टर 117 में एक अपार्टमेंट में किराए पर काम कर रहा था। यह कॉल सेंटर विदेशी नागरिकों, खासकर अमेरिकी नागरिकों को ठगने का काम कर रहा था। कॉल सेंटर के लोग एक सिस्टम की खराबी का बहाना बनाकर लोगों को कॉल करते थे। इस दौरान, जब किसी व्यक्ति के कंप्यूटर या सिस्टम में कोई समस्या बताई जाती थी, तो वह व्यक्ति विश्वास में आ जाता था। इसके बाद, वह व्यक्ति ठगों की बातों में आकर उन्हें पैसे देने के लिए राजी हो जाता था।

उन्होंने बताया कि ये ठग कई बार अपनी ठगी के लिए क्रिप्टोकरेंसी, गिफ्ट वाउचर्स या गोल्ड की मांग करते थे। इस तरह से वे किसी भी तरह से लोगों से पैसे ऐंठने में सफल हो जाते थे। इसके बाद, यह पैसे हवाला के जरिए भारत मंगाया जाता था। इस प्रकार, यह पूरा नेटवर्क पूरी दुनिया में अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर चल रहा था।

रामबदन सिंह ने कहा, “यह पूरी गतिविधि न सिर्फ एक संगठित धोखाधड़ी का हिस्सा थी, बल्कि इसमें तकनीकी तरीके से लोगों को फंसाकर उन्हें पैसे की भारी हानि भी पहुंचाई जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की और कॉल सेंटर के नेटवर्क को पकड़कर मामले की जांच शुरू कर दी है, ताकि इस तरह की धोखाधड़ी से और लोगों को बचाया जा सके और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।”

--आईएएनएस

एसएचके/एकेजे