एनसीआर में सीजन का पहला घना कोहरा, प्रदूषण ने बढ़ाई चिंता
नोएडा, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सर्दी के साथ-साथ सीजन का पहला घना कोहरा छा गया है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर में सुबह और रात के समय दृश्यता काफी कम हो रही है, जिससे आम जनजीवन और यातायात प्रभावित हो रहा है।
मौसम विभाग के स्थानीय पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान के साथ-साथ न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड और बढ़ने के आसार हैं। स्थानीय मौसम रिपोर्ट के मुताबिक 13 दिसंबर को अधिकतम तापमान लगभग 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम पूर्वानुमान में मध्यम कोहरा छाने के बारे में बताया गया है। इसी तरह 14 दिसंबर को अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। 15 दिसंबर को तापमान में और गिरावट के संकेत हैं, जब अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। फिलहाल किसी प्रकार की मौसम चेतावनी जारी नहीं की गई है, लेकिन कोहरे के कारण सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।
इसी बीच, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने हालात और गंभीर कर दिए हैं। शनिवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 387 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। यह स्तर बच्चों, बुजुर्गों और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। बीते सप्ताह प्रदूषण में लगातार इजाफा देखा गया है।
मंगलवार को एक्यूआई 282, बुधवार को 259, गुरुवार को 307 और शुक्रवार को 349 दर्ज किया गया, जो शनिवार को बढ़कर गंभीर स्थिति के करीब पहुंच गया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के 18 इलाकों में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है।
वजीरपुर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहा, जहां एक्यूआई 443 दर्ज किया गया। इसके बाद जहांगीरपुरी (439), विवेक विहार (437), रोहिणी और आनंद विहार (434), अशोक विहार (431), सोनिया विहार और डीटीयू (427), नरेला (425), बवाना (424), नेहरू नगर (421), पटपड़गंज (419), आईटीओ (417), पंजाबी बाग (416), मुंडका (415), बुराड़ी क्रॉसिंग (413), चांदनी चौक (412) और डीयू नॉर्थ कैंपस (401) शामिल हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें, मास्क का उपयोग करें और ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के तहत जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने के साथ यदि हवा की गति कम रही, तो प्रदूषण की स्थिति और बिगड़ सकती है।
--आईएएनएस
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