विजुअल इफेक्ट्स डिपार्टमेंट से 'भल्लालदेव' बनने तक का सफर, कुछ ऐसे राणा दग्गुबती ने हासिल किया फेम
मुंबई, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। 'राधा जोगेंद्र,' 'डैनियल शेकर,' और 'भल्लालदेव' जैसे किरदारों के लिए फेमस राणा दग्गुबती दक्षिण सिनेमा और हिंदी सिनेमा में अपनी एक्टिंग और पर्सनैलिटी से दर्शकों का दिल जीतते आ रहे हैं।
फिल्म 'बाहुबली' में 'भल्लालदेव' का किरदार आज भी पसंद किया जाता है, और यह किरदार उन्होंने अभिनेता कमल हासन की कल्ट क्लासिक फिल्म 'नायकन' से प्रेरित होकर किया था। अभिनेता का 14 दिसंबर को 40वां जन्मदिन है।
मल्टी टैलेंटेड राणा दग्गुबती ने साल 2010 में तेलुगु ब्लॉकबस्टर 'लीडर' से फिल्मों में डेब्यू किया, जिसके लिए उन्हें 'बेस्ट मेल डेब्यू' साउथ का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। अगले ही साल उन्होंने फिल्म 'दम मारो दम' से बॉलीवुड में भी कदम रखा। बहुत कम समय में, दग्गुबाती ने न सिर्फ अपनी जबरदस्त परफॉर्मेंस से, बल्कि अपनी आकर्षक रियल लाइफ पर्सनैलिटी से भी लोगों का दिल जीत लिया।
राणा को बचपन से ही एक्टिंग का शौक रहा है, क्योंकि उनका फैमिली बैकग्राउंड भी फिल्मी दुनिया से आता है। उनके पिता, सुरेश बाबू, पहले ही भारतीय सिनेमा के जाने-माने नाम हैं। अपने पिता के नाम पर अभिनेता को सिनेमा में आसानी से काम मिल सकता था, लेकिन फिर भी राणा ने अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए पहले 4 साल तक विजुअल इफेक्ट्स कोऑर्डिनेटर के तौर पर काम किया। उन्होंने महेश बाबू की फिल्म 'सैनिकुडु' में विजुअल इफेक्ट्स डिपार्टमेंट में काम किया और अपने काम के लिए दक्षिण सिनेमा का सबसे बड़ा 'नंदी अवॉर्ड' अपने नाम किया।
राणा दग्गुबती बचपन से ही एक्टिंग में करियर बनाना चाहते थे। उन्होंने इंटरव्यू में इस बात का जिक्र भी किया है कि उन्हें एक्टिंग से प्यार है और जो वो कर रहे हैं, वो बस शुरुआत है। अभिनेता ने 17 साल की उम्र से फिल्मी दुनिया में कदम रखा और पहले कैमरे के पीछे का काम बारीकी से सीखा। आज अपनी इसी मेहनत के बलबूते पर अभिनेता दक्षिण सिनेमा पर राज कर रहे हैं।
राणा दग्गुबती ने कई हिट फिल्में दी हैं। इस लिस्ट में साल 2010 में आई 'लीडर', 2012 में आई 'कृष्णाम वंदे जगद्गुरुम', 2015 में आई 'बाहुबली: द बिगिनिंग', 2017 में आई 'बाहुबली 2: द कन्क्लूजन', 'द गाजी अटैक', 'नेने राजू नेने मंत्री', और 2022 में आई 'भीमला नायक' शामिल है।
--आईएएनएस
पीएस/डीकेपी
