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विजय हजारे ट्रॉफी: कर्नाटक ने रचा इतिहास, 413 रन का टारगेट चेज करते हुए चौंकाया

अहमदाबाद, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक ने झारखंड के खिलाफ 413 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए सभी को चौंका दिया। इस टीम ने बुधवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में 15 गेंदें शेष रहते जीत दर्ज करते हुए लिस्ट-ए क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा टारगेट हासिल किया।
 
विजय हजारे ट्रॉफी: कर्नाटक ने रचा इतिहास, 413 रन का टारगेट चेज करते हुए चौंकाया

अहमदाबाद, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक ने झारखंड के खिलाफ 413 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए सभी को चौंका दिया। इस टीम ने बुधवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में 15 गेंदें शेष रहते जीत दर्ज करते हुए लिस्ट-ए क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा टारगेट हासिल किया।

साल 2006 में साउथ अफ्रीका ने जोहान्सबर्ग में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 435 रनों के लक्ष्य को हासिल किया था।

टॉस गंवाकर बल्लेबाजी के लिए उतरी कर्नाटक की टीम ने 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 412 रन बनाए। इस टीम ने 110 के स्कोर तक अपने 3 विकेट गंवा दिए थे। यहां से कुमार कुशाग्र ने विराट सिंह के साथ चौथे विकेट के लिए 88 गेंदों में 129 रन की साझेदारी करते हुए टीम के स्कोर को 289 रन तक पहुंचाया। कुशाग्र 47 गेंदों में 5 छक्कों और 3 चौकों की मदद से 63 रन बनाकर आउट हुए।

यहां से कप्तान ईशान किशन ने 39 गेंदों में 14 छक्कों और 7 चौकों की मदद से 125 रन की पारी खेलते हुए टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचाया। इस बीच विराट सिंह ने 68 गेंदों में 88 रन की पारी खेली।

विपक्षी टीम की तरफ से अभिलाश शेट्टी ने सर्वाधिक 4 विकेट हासिल किए, जबकि विद्याधर पाटिल और श्रेयस गोपाल ने 2-2 विकेट निकाले।

विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी कर्नाटक ने 47.3 ओवरों में जीत हासिल कर ली। इस टीम को कप्तान मयंक अग्रवाल और देवदत्त पड्डिकल की सलामी जोड़ी ने शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों खिलाड़ियों ने 11.5 ओवरों में 114 रन की साझेदारी की।

मयंक ने 34 गेंदों में 10 चौकों की मदद से 54 रन बनाए। यहां से करुण नायर (29) ने पड्डिकल के साथ दूसरे विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी करते हुए टीम को 181 के स्कोर तक पहुंचाया। देवदत्त पड्डिकल 118 गेंदों में 7 छक्कों और 10 चौकों की मदद से 147 रन बनाकर आउट हुए।

टीम 40.4 ओवरों तक 5 विकेट खोकर 325 रन बना चुकी थी। यहां से अभिनव मनोहर ने ध्रुव प्रभाकर के साथ छठे विकेट के लिए 41 गेंदों में 88 रन की अटूट साझेदारी करते हुए टीम को असंभव-सी नजर आने वाली जीत दिलाई।

विपक्षी टीम की तरफ से सौरभ शेखर और उत्कर्ष सिंह ने 2-2 विकेट निकाले, जबकि सुशांत मिश्रा ने 1 विकेट हासिल किया।

--आईएएनएस

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