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'वंदे मातरम्' स्वतंत्रता संग्राम की एकता का सूत्र, लोकसभा में विशेष चर्चा से पहले बोले शेखावत

नई दिल्ली, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में सोमवार का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'वंदे मातरम्' के 150 साल पूरे होने पर विशेष चर्चा की शुरुआत करेंगे। इस मौके को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह बहस भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में एक अविस्मरणीय पल होगी।
 
'वंदे मातरम्' स्वतंत्रता संग्राम की एकता का सूत्र, लोकसभा में विशेष चर्चा से पहले बोले शेखावत

नई दिल्ली, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में सोमवार का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'वंदे मातरम्' के 150 साल पूरे होने पर विशेष चर्चा की शुरुआत करेंगे। इस मौके को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह बहस भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में एक अविस्मरणीय पल होगी।

शेखावत के अनुसार, लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) ने फैसला किया है कि 'वंदे मातरम्' पर 10 घंटे लंबी विस्तृत चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि आज से ठीक 150 वर्ष पहले बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने यह अमर गीत लिखा था, जिसने आगे चलकर भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपार ऊर्जा भरी।

गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उस समय देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरीके से स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी जा रही थी, लेकिन 'वंदे मातरम्' ने इन सभी संघर्षों को एक सूत्र में पिरोने का काम किया। उनका कहना था कि यह गीत सिर्फ एक रचना नहीं थी, बल्कि वह स्वतंत्रता सेनानियों के अभिवादन से लेकर उनके अंतिम शब्दों तक का हिस्सा बन गया था।

उन्होंने कहा कि यह गीत हिंदुस्तान की आजादी की लड़ाई में जोश, साहस और एकता का सबसे बड़ा प्रतीक बना। जहां-जहां स्वतंत्रता आंदोलन उठते थे, वहां 'वंदे मातरम्' गूंजता था।

शेखावत ने अफसोस जताते हुए कहा कि दुर्भाग्य से समय के साथ 'वंदे मातरम्' भी राजनीति का शिकार हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के एक पुराने वक्तव्य का उल्लेख किया जिसमें पीएम ने कहा था कि 'वंदे मातरम्' को लेकर हुआ विभाजन, अंततः देश के विभाजन के बीजों में से एक बन गया।

शेखावत ने कहा कि आज संसद में इस महत्वपूर्ण विषय पर खुलकर चर्चा होगी और यह अपने आप में एक ऐतिहासिक क्षण होगा कि जिस गीत ने लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में एकजुट किया, जिसने सीमा पर खड़े सैनिकों के मन में भी उत्साह जगाया, उस गीत पर सदन में विस्तार से विचार-विमर्श होगा।

इस 10 घंटे की चर्चा में सभी दलों के सांसद हिस्सा लेंगे और 'वंदे मातरम्' के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व पर अपने विचार रखेंगे।

शेखावत ने कहा, "आज का दिन भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में अविस्मरणीय होगा। जिस गान ने देश की आजादी से लेकर सीमा की रक्षा करने वाले सैनिकों तक को प्रेरित किया, आज उस पर संसद में खुलकर चर्चा होगी।"

--आईएएनएस

वीकेयू/एएस