टूट गया ट्रंप का कराया सीजफायर, थाईलैंड और कंबोडिया भिड़े; सीमा पर भीषण एयरस्ट्राइक
नई दिल्ली, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच दक्षिण कोरिया में 26 अक्टूबर 2025 को सीजफायर समझौता करवाया था, जो फिर से टूट गया है। थाईलैंड ने कंबोडिया पर भीषण एयरस्ट्राइक कर दी है। एयरस्ट्राइक के बाद दोनों देश एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगा रहे हैं।
थाईलैंड ने सोमवार को कंबोडिया के खिलाफ एयरस्ट्राइक शुरू कर दी, जिसके बाद दक्षिण-पूर्व एशियाई पड़ोसियों के बीच युद्ध की एक नई दौड़ शुरू हो गई है। वहीं, दोनों पक्षों की तरफ से एक-दूसरे पर आरोप लगाया जा रहा है।
थाई सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल विन्थाई सुवारी ने कहा कि एयरस्ट्राइक कंबोडियाई मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाकर किए गए थे। इसके साथ ही थाई सेना के प्रवक्ता ने ये भी आरोप लगाया कि कंबोडिया ने पहले थाईलैंड पर हमला किया था, जिसमें उसके सैनिक (थाईलैंड के) मारे गए।
सुवारी ने कहा, “निशाना चोंग एन मा पास के इलाके में कंबोडिया की हथियार सपोर्टिंग जगहों पर था, क्योंकि उन टारगेट ने अनुपोंग बेस पर थाई की तरफ हमला करने के लिए आर्टिलरी और मोर्टार लॉन्चर का इस्तेमाल किया था। इसकी वजह से एक सैनिक मारा गया। इस हमले में सात लोग घायल हो गए।"
थाई आर्मी ने एक बयान में कहा कि कंबोडिया ने सोमवार को वहां के स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 3 बजे थाई सीमा को टारगेट करना शुरू किया। रॉयल थाई एयर फोर्स (आरटीएएफ) ने कहा, “कंबोडिया ने भारी हथियार जमा किए थे, लड़ाकू यूनिट्स को दूसरी जगह भेजा था और फायर-सपोर्ट एलिमेंट तैयार किए थे; ये ऐसी गतिविधियां हैं जो सैन्य ऑपरेशन को बढ़ा सकती हैं और थाईलैंड के सीमा वाले इलाके के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं।”
वहीं दूसरी ओर कंबोडिया के रक्षा मंत्री ने आरटीएएफ के आरोपों को खारिज करते हुए इसे गलत जानकारी बताया और कहा, “पिछले सभी समझौतों का सम्मान करने और अंतर्राष्ट्रीय कानून के मुताबिक शांति से झगड़ों को सुलझाने की भावना पर कायम रहते हुए, कंबोडिया ने दोनों हमलों के दौरान कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की और स्थिति पर पूरी सतर्कता और सावधानी से नजर रख रहा है।”
एक अलग बयान में, कंबोडियाई सेना ने थाईलैंड की सेना पर वहां के स्थानीय समय के हिसाब से सुबह करीब 5.04 बजे “कंबोडियन सेना पर हमला” करने का आरोप लगाया और कहा, “यह ध्यान देने वाली बात है कि यह हमला तब हुआ जब थाई सेना कई दिनों तक अनेकों उकसाने वाली कार्रवाइयां कर रही थी।” वहीं थाईलैंड की सेना ने कहा कि बॉर्डर के शहरों से लगभग 70 फीसदी थाई नागरिकों को निकाल लिया गया है।
--आईएएनएस
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