नोटिस को कोर्ट में चुनौती देंगे डीके शिवकुमार, बोले- केस में कुछ नहीं, सिर्फ परेशान किया जा रहा
बेंगलुरु, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार नेशनल हेराल्ड केस के सिलसिले में मिले नोटिस को कोर्ट में चुनौती देंगे। उन्होंने शनिवार को कहा कि नोटिस को समझने के बाद वे इसका जवाब देंगे और कानून की अदालत में लड़ेंगे।
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने शुक्रवार को डीके शिवकुमार को नेशनल हेराल्ड मामले में नोटिस जारी किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस का मानना है कि शिवकुमार के पास इस मामले से जुड़ी अहम जानकारी है और इसीलिए नोटिस जारी किया गया है।
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने नोटिस के संबंध में शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा, "यह मेरे लिए चौंकाने वाला है। मैंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सारी जानकारी दे दी थी। ईडी ने मुझे और मेरे भाई को बुलाया था। हमारे संस्थान में कुछ भी गलत नहीं है। कांग्रेस सदस्य होने के नाते, हमने इसका समर्थन किया। दूसरा, छिपाने के लिए कुछ नहीं है। सब कुछ साफ-साफ है।"
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि ईडी की चार्जशीट के बाद भी पुलिस को केस दर्ज करने की क्या जरूरत थी। हम इसका सामना करेंगे और कानून की अदालत में लड़ेंगे।"
डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ परेशान करने के लिए किया जा रहा है। इसमें कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, "यह हमारा पैसा है और हम जिसे चाहें उसे दे सकते हैं। हम टैक्स देते हैं, और इसमें कुछ भी गैरकानूनी शामिल नहीं है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) का मामला पुराना है और चार्जशीट पहले ही दाखिल हो चुकी है।"
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, "सोनिया गांधी, राहुल गांधी और उनके समर्थकों को सिर्फ परेशान करने के लिए यह सब किया जा रहा है, कन्फ्यूजन पैदा करने की कोशिश हो रही है। मुझे नोटिस कल (शुक्रवार) मिला है, यह हैरान करने वाला है। मैं इसे पढ़-समझ रहा हूं, पूरी तरह समझने के बाद जवाब दूंगा। डीके सुरेश (शिवकुमार के छोटे भाई और कांग्रेस सांसद) को भी नोटिस मिला है, क्योंकि उन्होंने दान दिया था।"
डीके शिवकुमार ने निंदा करते हुए कहा कि नेशनल हेराल्ड और यंग इंडियन हमारी पार्टी की संस्थाएं हैं। आर्थिक संकट के समय कांग्रेस नेताओं ने अपने ट्रस्टों के जरिए मदद की थी। मेरे जैसे कई नेताओं ने मदद की है। उन्होंने कहा, "मैं कानूनी नजरिए से नोटिस की जांच करूंगा। यह हमें परेशान करने के लिए किया जा रहा है, यह सही नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं।"
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