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नववर्ष की पूर्व संध्या पर यूपी डीजीपी ने गिनाईं पुलिस की उपलब्धियां, अपराधियों पर रहेगी जीरो टॉलरेंस की नीति

लखनऊ, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2025 के आखिरी दिन और नए वर्ष की पूर्व संध्या पर यूपी डीजीपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराध और अपराधी के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति, इसके साथ ही पीड़ितों के लिए बेहतर सेवा और सुविधाओं के साथ ही कानून व्यवस्था को तोड़ने वालों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का निर्देश दिया है।
 
नववर्ष की पूर्व संध्या पर यूपी डीजीपी ने गिनाईं पुलिस की उपलब्धियां, अपराधियों पर रहेगी जीरो टॉलरेंस की नीति

लखनऊ, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। साल 2025 के आखिरी दिन और नए वर्ष की पूर्व संध्या पर यूपी डीजीपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराध और अपराधी के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति, इसके साथ ही पीड़ितों के लिए बेहतर सेवा और सुविधाओं के साथ ही कानून व्यवस्था को तोड़ने वालों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का निर्देश दिया है।

यूपी डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि हमने अपनी आंतरिक व्यवस्था पर ध्यान दिया, ट्रेनिंग पर ध्यान दिया, और टेक्नोलॉजी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। अपराधी कभी पुलिस पर फायर करते हैं; इस साल 48 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए हैं।

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत 1 जुलाई 2023 से 1 लाख 25 हजार से अधिक अपराधियों को दोषी ठहराया गया है, और दस हजार से अधिक (10,414) अपराधियों को उम्रकैद की सजा दी गई है। लूट में 84 प्रतिशत, हत्या में 24 प्रतिशत और बलात्कार में 53 प्रतिशत कमी आई है।

उन्होंने कहा कि देश में उत्तर प्रदेश का क्राइम 20वें स्थान पर है। हमने पुलिस कर्मियों को अपराध के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री ने यश ऐप का उद्घाटन किया, जिससे पुलिस के पास अपराधियों की सूची सिंगल क्लिक पर मिल सकेगी। एआई के माध्यम से सभी अपराधियों का आंकड़ा देखा जा सकेगा।

उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने बताया कि साइबर अपराध के विरुद्ध समाज में बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। हमारी लाइफस्टाइल में कंप्यूटर और ई-कॉमर्स शामिल है, जिससे साइबर क्राइम बढ़ रहा है, इसलिए प्रत्येक थाने पर साइबर टीम बनाई गई है। इसके लिए 1930 भी एक माध्यम है। उन्होंने बताया कि 325 करोड़ की धनराशि हमने फ्रीज करवाई है, जो पिछले साल के मुकाबले इस बार बढ़ी है।

उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2025 में 77,621 मोबाइल नंबर और 17,692 आईएमईआई ब्लॉक करवाए गए हैं। 331 अभियुक्तों को वर्ष 2025 में नारकोटिक्स मामलों में गिरफ्तार किया गया है। 5 मामलों में एनडीपीएस की कार्रवाई की गई है, जिसमें 16 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है।

संगठित अपराध में एसटीएफ द्वारा कड़ी कार्रवाई की गई है, जिसमें कुछ अपराधियों से मुठभेड़ भी हुई।

यातायात के मामले में जो एक्सीडेंट होते हैं, ऐसे 233 क्रिटिकल थानों को चिन्हित किया गया है, जिन पर कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी की देखरेख में कई मीटिंग करके 2 महीने के शॉर्ट टर्म में यह कार्यवाही की गई है, जिससे घटनाओं में एक बड़ी कमी आई है। जल्द ही इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष ऑर्गनाइज्ड क्राइम पर भी बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। अवैध धर्मांतरण और गौतस्करी के मामले पूरी तरह से ऑर्गनाइज्ड तरीके से निपटाए गए, जिसमें 73 करोड़ रुपए की रिकवरी की गई है।

मिशन शक्ति केंद्र के बारे में उन्होंने बताया कि प्रत्येक थाने पर मिशन शक्ति केंद्र बनाए गए हैं, जो 24 घंटे महिलाओं के लिए ही काम करेंगे। इन सबका नतीजा यह है कि 3 महीने में अपराधों की संख्या में काफी कमी आई है; करीब डेढ़ लाख चौपाल की गई है, जिससे महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों में भी कमी आई है।

उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में मेटा के माध्यम से लगभग 1,769 लोगों की जान बचाई गई है। पिछले एक साल में लगातार सुधार चल रहे हैं। इसमें प्रशिक्षण पर काफी ध्यान दिया गया है। चाहे किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण हो, उसकी गुणवत्ता में अच्छा सुधार आया है, जिसमें टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। कई हॉस्पिटल और एनजीओ के साथ एमओयू किया गया है, और सभी जनपदों में शिविर लगाए जाते हैं।

कफ सिरप के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि यह हमारी प्राथमिकता रही है कि बड़े क्रिमिनल पकड़े जाएं। एक-दो अपराधी बाहर भाग गए हैं। उनके खिलाफ नोटिस समेत जो भी कानूनी प्रावधान हैं, उनके तहत कार्रवाई चल रही है। किसी भी ऑर्गनाइज्ड क्राइम के मामले में जो दोषी होगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उनका कहना है कि प्रदेश भर में सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं। दिन से ही पेट्रोलिंग शुरू हो गई है। वरिष्ठ अधिकारी खुद पेट्रोलिंग करेंगे और सभी प्रकार के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

--आईएएनएस

एएमटी/डीकेपी