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नशे के खिलाफ अहमदाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सात दिनों में 25 तस्कर गिरफ्तार

अहमदाबाद, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के अहमदाबाद में ड्रग्स के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। क्राइम ब्रांच और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने पिछले हफ्ते शहर भर में कई हाई-इंटेंसिटी रेड्स की हैं। इसका मकसद ड्रग्स के नेटवर्क को पूरी तरह से तोड़ना और ड्रग्स की तस्करी और इस्तेमाल दोनों पर 'जीरो टॉलरेंस' नीति लागू करना है। इन ऑपरेशनों में छोटे और बड़े हर स्तर के सप्लाई चेन को निशाना बनाया गया है।
 
नशे के खिलाफ अहमदाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सात दिनों में 25 तस्कर गिरफ्तार

अहमदाबाद, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के अहमदाबाद में ड्रग्स के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। क्राइम ब्रांच और स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने पिछले हफ्ते शहर भर में कई हाई-इंटेंसिटी रेड्स की हैं। इसका मकसद ड्रग्स के नेटवर्क को पूरी तरह से तोड़ना और ड्रग्स की तस्करी और इस्तेमाल दोनों पर 'जीरो टॉलरेंस' नीति लागू करना है। इन ऑपरेशनों में छोटे और बड़े हर स्तर के सप्लाई चेन को निशाना बनाया गया है।

पिछले सात दिनों में इस संयुक्त अभियान के तहत 21 नए मामले दर्ज किए गए हैं और 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन रेड्स में कुल जब्ती का मूल्य 1 करोड़ रुपए से ज्यादा है। मुख्य रूप से मेफेड्रोन (एमडी), गांजा और चरस जब्त किए गए हैं। यह कार्रवाई सिर्फ ड्रग्स के भौतिक कब्जे तक सीमित नहीं है। इस बार फोकस नार्को-फाइनेंस यानी ड्रग्स से होने वाली कमाई और मनी लॉन्ड्रिंग पर भी है।

पुलिस अब यह ट्रेस कर रही है कि ड्रग मनी को कैसे दूसरे चैनलों में निवेश या सफेद किया जा रहा है। इसका मकसद यह है कि इन अपराधियों का वित्तीय नेटवर्क बाधित हो जाए और वे फिर से अपने कारोबार को शुरू न कर सकें।

इस अभियान में केवल बड़े कंसाइनमेंट ही नहीं, बल्कि छोटे पैमाने पर बिक रहे ड्रग्स को भी निशाना बनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य स्ट्रीट-लेवल डीलरों को खत्म करना है, जो सीधे युवाओं को ड्रग्स की ओर खींचते हैं। पुलिस का कहना है कि हर मात्रा की तस्करी पर कार्रवाई की जाएगी और कोई भी छोटा केस नजरअंदाज नहीं होगा।

इसी बीच, क्राइम ब्रांच ने यह भी स्पष्ट किया कि एनडीपीएस अधिनियम की धारा 64ए के तहत, कोई भी नशे का आदी व्यक्ति जिस पर छोटी मात्रा या सेवन (धारा 27) से संबंधित अपराधों का आरोप है, जो स्वेच्छा से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से नशा मुक्ति के लिए चिकित्सा उपचार चाहता है, उसे अभियोजन से छूट दी जा सकती है। क्राइम ब्रांच परिवारों और व्यक्तियों को आगे आने और जेल जाने के बजाय रिहैबिलिटेशन चुनने के लिए प्रोत्साहित करती है।

पुलिस का कहना है, "हमारा लक्ष्य अहमदाबाद की सड़कों को साफ करना है। हम ड्रग पेडलर्स पर वहीं चोट कर रहे हैं जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द होता है, उनके पैसे पर और साथ ही उन लोगों को मदद का हाथ बढ़ा रहे हैं जो यह आदत छोड़ना चाहते हैं। अगर आप नशे के आदी हैं और इससे बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ रहे हैं, तो कानून आपको एक नई जिंदगी का मौका देता है। अगर आप ड्रग पेडलर हैं, तो आपके पास छिपने की कोई जगह नहीं है।"

--आईएएनएस

पीआईएम/एबीएम