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मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बनासकांठा को 1004 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की भेंट दी

गांधीनगर, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। बनासकांठा जिले में शुक्रवार को विकास का महापर्व मनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 1000 करोड़ रुपए से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास कर जिलावासियों को भव्य भेंट दी।
 
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बनासकांठा को 1004 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की भेंट दी

गांधीनगर, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। बनासकांठा जिले में शुक्रवार को विकास का महापर्व मनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 1000 करोड़ रुपए से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण तथा शिलान्यास कर जिलावासियों को भव्य भेंट दी।

सीएम भूपेंद्र पटेल ने बनासकांठा के 7 से अधिक विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 15 से अधिक बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास करने के साथ वाव-थराद-बनासकांठा जिले में नोबेल प्राइज एग्जीबिशन का भी उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी बच्चों में विज्ञान एवं प्रतियोगी परीक्षा के प्रति उत्साह जागृत करेगी। मुख्यमंत्री ने रामलीला मैदान से ‘सशक्त नारी मेला’ का प्रारंभ किया और स्वयं-सहायता समूहों की बहनों के साथ संवाद भी किया। शुक्रवार से शुरू हुए ये राज्यव्यापी स्वदेशी मेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहन’ अभियान को और गति देंगे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता एवं यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबके साथ, सबके विकास, सबके विश्वास और सबके प्रयास की राजनीति से सर्वांगीण विकास किया है। उनकी विजनरी लीडरशिप का जो लाभ ढाई दशक से राज्य को मिला है, उसमें अनेक मील के पत्थर पार हुए हैं। उनके दिशादर्शन में गुजरात दिन-प्रतिदिन तेजी से प्रगति कर रहा है।

पटेल ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क गुजरात में बन रहा है। एशिया की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड सिटी धोलेरा में डेवलप हो रही है। भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे ‘सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे’ गुजरात से शुरू होता है। भारत का प्रथम अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केन्द्र गिफ्ट सिटी-गुजरात में है। देश की प्रथम बुलेट ट्रेन भी गुजरात से शुरू होगी।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व के चलते मंगलवार को ही संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने दीपावली के पर्व को अमूर्त धरोहर के रूप में घोषित किया है, तो इससे पहले हमारा गरबा भी यह गौरव प्राप्त कर चुका है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के नौ संकल्पों के माध्यम से हम राष्ट्रप्रेम तथा देश के लिए कुछ करने की भावना जागृत करें। ‘कैच द रेन’, ‘एक पेड़ मां के नाम’, ‘स्वच्छता’ जैसे अभियानों को हम अपनी आदत बनाएं। प्राकृतिक खेती तथा गाय आधारित खेती अपनाएं और स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग एवं खेल-कूद को जीवन का हिस्सा बनाएं।

उन्होंने स्वदेशी मेलों के गुजरात को आत्मनिर्भर बनाने तथा स्वदेशी को प्रोत्साहन देने के प्रेरक बल बनने की भूमिका देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने विकसित भारत @2047 का लक्ष्य रखा है, जिसमें गुजरात भी आत्मनिर्भर एवं विकसित गुजरात से योगदान देने के लिए सज्ज है।

इस अवसर पर विधानसभा के अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी ने कहा कि वर्षों की समस्या का निवारण आया है। बनासकांठा को बहुत बड़ी भेंट मिली है। उन्होंने इस भेंट के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का आभार व्यक्त किया। चौधरी ने कहा कि सूखे-वीरान बनासकांठा में नर्मदा की नहर लाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनासकांठा को हरियाला बनाते हुए विकास की शुरुआत की थी, जिसे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आगे बढ़ाते हुए करोड़ों रुपए की लागत से पाइपलाइनें डालकर बनासकांठा के तालाब भरने का कार्य किया है। जिले को पानी की समस्या से हमेशा के लिए मुक्ति दिलाने का राज्य सरकार ने दृढ़ आयोजन किया है।

कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री कुंवरजीभाई बावळिया, बनासकांठा जिला प्रभारी मंत्री कमलेशभाई पटेल, मंत्री प्रवीणभाई माळी, मंत्री संजयसिंह महिडा, मंत्री स्वरूपजी ठाकोर, विधायक अनिकेत ठाकर, विधायक लविंगजी ठाकोर, जिला कलेक्टर मिहिर पटेल, जिला विकास अधिकारी एमजे दवे, जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत सुंबे सहित अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

--आईएएनएस

डीकेपी/