मनरेगा में सुधार करके 'विकसित भारत जी-राम जी' बिल लाया गया: विवेक ठाकुर
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। मनरेगा का नाम 'विकसित भारत जी-राम जी' करने पर विपक्ष हमलावर है। इस पर भाजपा सांसद विवेक ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे एक सुधारात्मक प्रक्रिया बताया।
भाजपा सांसद विवेक ठाकुर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, "बहुत बाद में मनरोगा योजना से महात्मा गांधी का नाम जुड़ा। विपक्ष मुद्दे के तह तक नहीं गया है। किसी चीज में बार-बार सुधार होते रहना चाहिए। आज से 50 साल पहले जो निर्णय हुआ था, उसका आज के समय में सरोकार ठीक नहीं है।"
उन्होंने कहा, "पहले मनरेगा योजना के अंतर्गत लोगों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी जाती थी, लेकिन अब विकसित भारत जी-राम जी का जो बिल आया है, उसमें 125 के रोजगार की गारंटी दी गई है। काफी सालों से इसकी आवश्यकता थी। राज्य पूरी स्कीम में अपने आप को कहीं नहीं मानता था, लेकिन अब उसकी सहभागिता बढ़ेगी।"
भाजपा सांसद ने कहा, "अगर प्राथमिकता के साथ काम किया जाए तो ग्राम पंचायत जरूर विकसित होगी। विपक्ष को इसे गहराई से समझना चाहिए। इस योजना में बहुत अधिक पैसा है। अगर इसका सुचारू रूप से इस्तेमाल हो तो निश्चित रूप से विकसित ग्राम का स्वरूप खड़ा होगा।"
विवेक ठाकुर ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर विपक्ष के विरोध पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "एसआईआर का कोई मुद्दा नहीं है। एक-एक परत खुल चुका है। विपक्ष केवल तमाशा करने की कोशिश कर रहा था। फर्जी वोट बनाना किसी भी लोकतांत्रिक देश का हिस्सा नहीं हो सकता। विपक्ष सोचता है कि जनता अनभिज्ञ है, लेकिन जनता बदल चुकी है। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह जनता से कट चुकी है। उन्हें पता ही नहीं है कि आम आदमी का मनोभाव क्या है।"
उन्होंने नियुक्ति पत्र समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला का हिजाब खींचने को लेकर हो रहे विवाद पर कहा, "हर चीज को एक लेंस से देखना अनिवार्य नहीं है। अगर नियुक्ति प्रमाण पत्र दिया जा रहा है और पाने वाला अगर अपना चेहरा दिखाए तो इसे सामान्य रूप से भी देखा जा सकता है।"
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