Aapka Rajasthan

ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है लहसुन, डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायेमंद

नई दिल्ली, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय रसोई में लहसुन का इस्तेमाल स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है, लेकिन यह सेहत के लिए किसी चमत्कारी औषधि से कम नहीं है। जब बात डायबिटीज जैसी बीमारी की आती है, तब लहसुन की भूमिका और भी खास हो जाती है। कई वैज्ञानिक शोधों और आयुर्वेदिक ग्रंथों ने इस बात की पुष्टि की है कि लहसुन शरीर की शुगर मैनेजमेंट क्षमता को बेहतर बनाकर डायबिटीज के मरीजों को राहत दे सकता है।
 
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है लहसुन, डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायेमंद

नई दिल्ली, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय रसोई में लहसुन का इस्तेमाल स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है, लेकिन यह सेहत के लिए किसी चमत्कारी औषधि से कम नहीं है। जब बात डायबिटीज जैसी बीमारी की आती है, तब लहसुन की भूमिका और भी खास हो जाती है। कई वैज्ञानिक शोधों और आयुर्वेदिक ग्रंथों ने इस बात की पुष्टि की है कि लहसुन शरीर की शुगर मैनेजमेंट क्षमता को बेहतर बनाकर डायबिटीज के मरीजों को राहत दे सकता है।

इसकी एक बड़ी वजह यह है कि लहसुन प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और हृदय स्वास्थ्य को संतुलित रखने वाले तत्वों से भरपूर होता है।

लहसुन बीते कई दशकों से घरेलू चिकित्सा का एक अहम हिस्सा रहा है। आयुर्वेद के अनुसार, लहसुन में रसोन, अग्निदीपन और कफ-वात शमन जैसे गुण होते हैं, जो शरीर की ऊर्जा प्रणाली को संतुलित करते हैं। लहसुन रक्त को शुद्ध करता है, पाचन को मजबूत बनाता है और शरीर में जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसकी गर्म तासीर इसे एक प्रभावी औषधीय पदार्थ बनाती है, जो मेटाबॉलिज्म को तेज करके रक्त में मौजूद शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो लहसुन में एलिसिन नामक सक्रिय तत्व मौजूद होता है। एलिसिन शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे कोशिकाएं ग्लूकोज को ज्यादा आसानी से अवशोषित कर पाती हैं। यही प्रक्रिया रक्त शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे सामान्य बनाए रखने में सहायक होती है।

कई शोधों में पाया गया है कि लहसुन का नियमित सेवन फास्टिंग ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकता है और टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन प्रतिरोध को घटा सकता है। इसके अलावा, लहसुन में पाए जाने वाले सल्फर कम्पाउंड शरीर की सूजन कम करने में भी प्रभावी हैं, जो डायबिटीज की जटिलताओं को बढ़ाने वाला एक मुख्य कारण माना जाता है।

डायबिटीज में लहसुन राहत देने का काम करता है। जब शरीर पर्याप्त या प्रभावी इंसुलिन नहीं बना पाता, तो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है। लहसुन इस प्रक्रिया में दो तरह से काम करता है: पहला, यह अग्न्याशय को इंसुलिन बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है और दूसरा, यह शरीर की कोशिकाओं में इंसुलिन की पकड़ को मजबूत करता है। यह दोहरा असर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में उल्लेखनीय सहायता देता है। इसके साथ ही लहसुन रक्त वाहिनियों को लचीला बनाता है, जिससे रक्त का प्रवाह सुधरता है और डायबिटीज के कारण होने वाली हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा भी कम होता है।

डायबिटीज के अलावा भी लहसुन कई अन्य बीमारियों में राहत देने के लिए जाना जाता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं। सर्दी-जुकाम, खांसी और फ्लू जैसी समस्याओं में लहसुन का सेवन तेजी से आराम दिला सकता है। यह हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी प्रभावी माना जाता है, क्योंकि यह रक्त वाहिनियों को फैलाकर रक्त प्रवाह को आसान बनाता है। लहसुन का सेवन हृदय रोगों का खतरा कम करने, पाचन को बेहतर बनाने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में भी सहायक होता है।

--आईएएनएस

पीके/एएस