बीआरओ की 125 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह में किरेन रिजिजू हुए शामिल
नई दिल्ली, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में दारबुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी रोड पर निर्मित 900 मीटर लंबी श्योक टनल के साथ-साथ यहां से सीमा सड़क संगठन की 125 रणनीतिक महत्व की अवसंरचना परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया है। इस कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भी वर्चुअली शामिल हुए।
किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करके लिखा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा बीआरओ की 125 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह में वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहा। ये परिवर्तनकारी पहलें सीमा संपर्क को और मजबूत करेंगी, रणनीतिक तत्परता बढ़ाएंगी और हमारे सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के जीवन में सुधार लाएंगी। बीआरओ कर्मियों के समर्पण के लिए मैं उनकी हार्दिक सराहना करता हूं।
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “अभी कुछ ही महीने पहले हमने देखा, जब पहलगाम के दुर्दांत आतंकी हमले का जवाब देते हुए हमारे सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, और आतंकियों का क्या हश्र किया, यह दुनिया जानती है। वैसे करने को तो हम बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन हमारी सेनाओं ने पराक्रम के साथ-साथ धैर्य का भी परिचय देते हुए नपा-तुला जवाब दिया।”
उन्होंने कहा कि इतना बड़ा ऑपरेशन इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि हमारी कनेक्टिविटी मजबूत थी। हमारे सशस्त्र बलों के पास सही समय पर लॉजिस्टिक पहुंचाया जा सका। बॉर्डर एरिया के साथ हमारी कनेक्टिविटी बनी रही, जिसने ऑपरेशन सिंदूर को ऐतिहासिक सफलता दी।”
वहीं, इस कार्यक्रम को लेकर बीआरओ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लेह से 125 रणनीतिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें लद्दाख में रणनीतिक सड़क पर स्थित प्रतिष्ठित 920 मीटर लंबी कट-एंड-कवर श्योक सुरंग (12,523 फीट) भी शामिल है।
इनमें 7 राज्यों राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 28 सड़कें, 93 पुल और 4 रणनीतिक परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें से 85 परियोजनाएं 9,000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित हैं, जो सीमा संपर्क, परिचालन तैयारियों और दूरस्थ क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देती हैं।
--आईएएनएस
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